समाज जागरण अनिल कुमार
हरहुआ वाराणसी *। राजेश्वरी एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा वाराणसी के तरना स्थित वनवासी कल्याण आश्रम के प्रकोष्ठ सेवा समर्पण संस्थान आश्रम में रहने वाले वनवासी छात्रों को पाठ्य पुस्तकें, नोटबुक और पेन के साथ मिष्ठान्न वितरण किया गया। इस अवसर पर ट्रस्ट के चेयरमैन वरिष्ठ साहित्यकार डॉ राघवेन्द्र नारायण सिंह ने छात्रों को उद्बोधित करते हुए कहा कि वनवासी कल्याण आश्रम में वनक्षेत्रों के बालकों को शिक्षा के साथ संस्कार देशप्रेम और नागरिक कर्तव्य का प्रशिक्षण दिया जाता है। संस्कार विहीन शिक्षा कभी भी व्यक्ति और राष्ट्र का हित नहीं कर सकती। भारतीय दर्शन में कर्तव्य और धर्म को समानार्थी माना गया है। हमारा कर्म और कर्तव्य ही हमारा धर्म है। धर्म को कभी भी हमारी परम्परा में कर्म एवं कर्तव्य से अलग नहीं माना गया। अपने कर्म को सम्यक रूप से सम्पन्न करना ही हमारा परम धर्म है।
इस अवसर पर सेवा समर्पण संस्थान के छात्रावास अधीक्षक श्री पतिराम और राजेश्वरी एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के समस्त पदाधिकारी श्रीमती सुशीला सिंह श्री अंशुमान सिंह, श्रीमती ज्योति सिंह और श्री गोपी चन्द जी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।