राम मंदिर पर संसद में होगी चर्चा, सरकार लाएगी एक स्पेशल बिल, BJP सांसदों के लिए व्हिप जारी

नई दिल्ली. केंद्र सरकार कल दोनों सदनों में राम मंदिर पर चर्चा कराएगी. संसद में सीधे राम मंदिर पर चर्चा नहीं हो सकती है, इसलिए इसके लिए एक बिल लाएगी. दोनों सदनों के बीजेपी सांसदों के लिए कल के लिए एक व्हिप जारी किया गया है. संसद का के बजट सत्र का अंतिम दिन है. आज संसद में एक बार फिर पीएम मोदी ने चौंकाते हुए कुछ सांसदों से कहा कि मैं आज आपको पनिशमेंट दूंगा. इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे पीएम मोदी उनको कैंटीन ले गए. कैंटीन में खाने के दौरान खिचड़ी, तिल के लड्डू सहित दाल-चावल जैसा साधारण खाना खाया और चर्चा की. इस लंच में पीएम मोदी के साथ बीजेपी के अलावा विपक्षी दलों के सासंद भी थे और ये सभी अलग-अलग राज्यों के सांसद थे.

इससे पहले भाजपा शासित गुजरात विधानसभा में बजट सत्र के दौरान उत्तर प्रदेश के अयोध्या में नए राम मंदिर के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करने वाला एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया था. मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल द्वारा पेश किया गया प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया क्योंकि भाजपा विधायकों के अलावा, विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों के साथ-साथ आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्यों ने भी इसे अपना समर्थन दिया.

पार्टी की ओर से इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए, वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि यह तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ही थे, जिन्होंने 1989 में उस स्थान पर शिलान्यास समारोह की अनुमति दी थी जहां आज मंदिर बना है. आम आदमी पार्टी के उमेश मकवाना ने भी भाजपा के प्रस्ताव का समर्थन किया और कहा कि मंदिर के परिसर में एक अस्पताल और एक कॉलेज भी बनाया जाना चाहिए, जहां 22 जनवरी को मोदी के नेतृत्व में एक समारोह में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी.

नई दिल्ली. केंद्र सरकार कल दोनों सदनों में राम मंदिर पर चर्चा कराएगी. संसद में सीधे राम मंदिर पर चर्चा नहीं हो सकती है, इसलिए इसके लिए एक बिल लाएगी. दोनों सदनों के बीजेपी सांसदों के लिए कल के लिए एक व्हिप जारी किया गया है. संसद का के बजट सत्र का अंतिम दिन है. आज संसद में एक बार फिर पीएम मोदी ने चौंकाते हुए कुछ सांसदों से कहा कि मैं आज आपको पनिशमेंट दूंगा. इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे पीएम मोदी उनको कैंटीन ले गए. कैंटीन में खाने के दौरान खिचड़ी, तिल के लड्डू सहित दाल-चावल जैसा साधारण खाना खाया और चर्चा की. इस लंच में पीएम मोदी के साथ बीजेपी के अलावा विपक्षी दलों के सासंद भी थे और ये सभी अलग-अलग राज्यों के सांसद थे.

इससे पहले भाजपा शासित गुजरात विधानसभा में बजट सत्र के दौरान उत्तर प्रदेश के अयोध्या में नए राम मंदिर के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करने वाला एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया था. मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल द्वारा पेश किया गया प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया क्योंकि भाजपा विधायकों के अलावा, विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों के साथ-साथ आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्यों ने भी इसे अपना समर्थन दिया.

पार्टी की ओर से इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए, वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि यह तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ही थे, जिन्होंने 1989 में उस स्थान पर शिलान्यास समारोह की अनुमति दी थी जहां आज मंदिर बना है. आम आदमी पार्टी के उमेश मकवाना ने भी भाजपा के प्रस्ताव का समर्थन किया और कहा कि मंदिर के परिसर में एक अस्पताल और एक कॉलेज भी बनाया जाना चाहिए, जहां 22 जनवरी को मोदी के नेतृत्व में एक समारोह में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी.