आपदा प्रबंधन की समीक्षात्मक बैठक आहूत

राहुल कुमार, किशनगंज

जिला पदाधिकारी तुषार सिंगला के निदेशानुसार उप विकास आयुक्त स्पर्श गुप्ता के द्वारा कनकई सभागार में आपदा प्रबंधन की बैठक आहूत की गई।
बैठक में आपदा प्रबंधन की तैयारी से संबंधित सभी बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई।
उल्लेखनीय है की किशनगंज जिला मुख्यतः बाढ़ से प्रभावित है जिससे आपदा समय में निपटने के लिए मोटरबोट, नवपॉलीथिन शीट, लाइफ जैकेट इत्यादि सामग्रियों की उपलब्धता आपदा समय से पूर्व करना आवश्यक होता है।
किशनगंज जिला से मुख्यताः महानंदा नदी होकर गुजरती है तथा अन्य छोटी नदियां बारिश के मौसम में बाढ़ का विकराल रूप धारण कर लेती है । इसलिए यह आवश्यक होता है की संभावित बाढ़ से पूर्व सुरक्षित स्थल को चिन्हित कर लिया जाए तथा वहां के जनमानस के बाढ़ के समय में उसे स्थान तक पहुंचाने का इमरजेंसी प्लान तैयार कर लिया जाए और इसके लिए आवश्यक सभी सामग्रियां पूर्व से ही जुटा ली जाए।
किशनगंज जिला के प्रखंड स्तर पर सभी प्रखंडों में वर्षा मापक यंत्र ऑटोमैटिक रैन गेज लगाए गए हैं एवं ऑटोमैटिक रैन गेज के आंकड़े प्रतिदिन ससमय विभाग को प्रेषित किया जा रहा है। वर्षा मापक यंत्रों की रीडिंग हेतु प्रशिक्षित कर्मी की प्रतिनियुक्ति की गई है। बाढ़ राहत एवं अन्य सामग्रियों का दर निर्धारण एवं अन्य व्यवस्थाएं के लिए जिला स्तर पर निविदा जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा।

जिले में एसडीआरएफ टीम द्वारा अंचलों के अंतर्गत बाढ़ प्रबल पंचायतों में बाढ़ पूर्व तैयारी हेतु समुदाय के लोगों को पूर्व में प्रशिक्षण किया गया। इस वर्ष 2024 माह जून में समुदाय/विद्यालय स्तर पर कम्युनिटी अवेयरनेस प्रोग्राम के अंतर्गत समुदाय/ विद्यालय स्तर पर विभागीय निदेेश के आलोक में अंचलवार प्रशिक्षण दिनांक 25/06/24 से कराया जा रहा है जो दिनांक 01/07/24 तक चलेगा।
डीडीसी द्वारा पॉलीथिन शीट एवं नाव की उपलब्धता सुनिश्चित करने एवम् नदी तटबंधों की सुरक्षा एवं गश्ती की व्यवस्था करने का निदेश दिया गया। जिला आपातकालीन संचालन केंद्र तीन पालियो में 24 X 7 पैटर्न पर संचालित है जिसका दूरभाष संख्या 06454 – 225152 कार्यरत हैं।
बैठक में उप विकास आयुक्त स्पर्श गुप्ता के साथ प्रशिक्षु आईअएस प्रद्युम्न सिंह, एडीएम अमरेंद्र कुमार पंकज, प्रभारी पदाधिकारी (आपदा) सुनीता कुमारी, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, एवम् अन्य पदाधिकारी/कर्मी उपस्थित थे।