शिक्षा मंत्री के विवादित बयान से महिला शिक्षकों का अपमान निंदनीय- धर्मेन्द्र गहलोत


सिरोही(राजस्थान):- राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री द्वारा महिला शिक्षकों एंव शिक्षक समुदाय के लिए दिये गये विवादित बयान नारी जाति एंव शिक्षक समुदाय का घौर अपमान निदनीय है। राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) की प्रदेश कार्यकारिणी ने इसे शिक्षकों का घौर अपमान बताकर निंदा की।
                   राजस्थान शिक्षक संघ(प्रगतिशील)के मीडिया प्रभारी गुरुदीन वर्मा के अनुसार संघ (प्रगतिशील) के मुख्य महामत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने बताया कि शिक्षामंत्री द्वारा नीमकाथाना जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत स्कुल, नृसिंहपुरी के लोकार्पण कार्यक्रम में सार्वजनिक रूप से कहा कि स्कुल में कुछ शिक्षिकायें कम कपड़ो में अपना शरीर दिखाते हुए गलत पहनावा पहन कर जाती है तथा कुछ शिक्षक स्कुल में गुटखा खाकर एंव झूमते हुए आते है उन्हें शिक्षक कहना पाप के समान है। शिक्षा विभाग जैसे संवेदनशील विभाग के मुखिया होने के नाते शिक्षामंत्री का इस तरह के विवादित बयान से समस्त नारी जाति, शिक्षक समुदाय का घौर अपमान हुआ है। जिससे शिक्षकों की गरिमा समाज में तार-तार हुई है। मंत्री द्वारा शिक्षकों के बारे में दिये गये विवादित बयान से आमजन में शिक्षकों की जग हँसाई हो रही है। शिक्षामंत्री स्पष्ट करे कि आपके कथनानुसार शिक्षा विभाग में राजस्थान सरकार द्वारा शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं के लिए कोई ड्रेस कोड का प्रावधान कब से किया हुआ है और साथ ही अगर यह सत्य है तो शिक्षामंत्री द्वारा विद्यालयों का निरीक्षण कर आज दिन तक कितने शिक्षकों को ड्रेस कोड का पालन नहीं करने तथा झूमते हुए देरी से आने तथा गुटखा खाने पर अधिकारिक स्तर से नोटिस देकर विभागीय जांच करवाई हो। शिक्षामंत्री द्वारा कभी महात्मा गांधी स्कुलो ने शिक्षा को गर्त में डाल दिया, कभी शिक्षको की सम्पत्ति पर बुल्डोजर चलायेंगे, शिक्षको द्वारा तम्बाकु एंव जर्दा खाने पर उनको जनता कुटेगी तो भी मुकदमा तक दर्ज नहीं होगा, खुद का विरोध करने वालों को मीडिया में सार्वजनिक रूप से बेवकुफ बताना जैसे विवादित बयान जारी करने से शिक्षक समुदाय में भारी रोष व्याप्त हो रहा है। प्रदेशाध्यक्ष नीरज शर्मा, सभाध्यक्ष धुलीराम डांगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हनवन्त सिंह मेड़तिया, लच्छीराम गुर्जर, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र कुमार शर्मा, संरक्षक श्यामलाल आमेटा ने भी शिक्षामंत्री द्वारा महिला शिक्षक एंव शिक्षक समुदाय के लिए दिये गये विवादित बयान की कड़े शब्दों में निंदा कर  कड़ा ऐतराज जताया।
                  आगामी राज्यभर में होने वाले 25 व 26 अक्टुबर को जिला स्तरीय शैक्षिक अधिवेशन में शिक्षामंत्री द्वारा दिये गये विवादित बयान पर निंदा प्रस्ताव पारित करने का प्रदेश कार्यकारिणी ने निर्णय लिया।