ग्रामीणों में शासकीय धन के प्रति स्वामित्व का भाव जगाने के लिए सोशल ऑडिट जरूरी सुरेश पाण्डेय।

  • समाज जागरण अनिल कुमार

हरहुआ वाराणसी ग्रामीणों में शासकीय धन के प्रति स्वामित्व का भाव जगाने के लिए सोशल ऑडिट जरूरी है।
उक्त बातें जिला ग्राम्य विकास संस्थान, परमानन्दपुर में चल रहे पांच दिवसीय मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) व राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (एनएसएपी) विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मास्टर ट्रेनर सुरेश पाण्डेय ने व्यक्त की। उन्होंने राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के अंतर्गत सत्यापन की प्रक्रिया तथा अध्ययन भ्रमण के दौरान प्रारूप-3 श्रमिकों के भुगतान और प्रारूप-4 एससी/एसटी पात्रता का उपयोग कर डोर टू डोर सत्यापन के बारे में भी जानकारी दी।
इसी क्रम में रिटायर्ड तकनीकी सहायक सत्यप्रकाश श्रीवास्तव ने सोशल ऑडिट टीम सदस्यों को मनरेगा अंतर्गत कराए गए कार्यों का तकनीनी सत्यापन के बारे में जानकारी दी।
प्रशिक्षण के अंतिम सत्र में जिला प्रशिक्षण अधिकारी विमल कुमार सिंह ने प्रतिभागियों के साथ समूह चर्चा कर चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का फीड बैक लिया।
इस अवसर पर सत्र प्रभारी अमरनाथ द्विवेदी, सुरेश तिवारी, राज्य प्रशिक्षक के.एल. पथिक, मास्टर ट्रेनर राधेश्याम यादव, टीम सदस्य शीला रानी, पूनम देवी, चंद्रशेखर, अजीत कुमार सहित जनपद चन्दौली के विकास खंड शहाबगंज और नियामताबाद से तथा जनपद वाराणसी के विकास खंड चिरईगांव और चोलापुर से चयनित सोशल ऑडिट टीम के 110 सदस्यों ने प्रतिभाग किया।