दहेज लोभियों के सामने घुटने टेकती कानून व्यवस्था को हरियाणा के पंचायत से सबक लेनी चाहिए।

नमस्कार मै रमन कुमार

विश्व गुरु भारत मे दहेज लोभियों के सामने घुटने टेकती कानून व्यवस्था के लिए हरियाणा के एक पंचायत ने फिर से मिशाल कायम किया है। आपको पूरी विडियों देखनी चाहिए और फिर आपको अपनी राय भी देनी चाहिए। अगर आपकों भी लगता है कि हरियाणा के एक पंचायत मे लड़के पक्ष के खिलाफ जो फैसला दिया है या फिर लड़के वालों के खिलाफ पंचायत की यह निर्णय गलत है तो आप भी अपना कमेंट दे सकते है।

दहेज को लेकर बिगड़ी बात तो 15 घंटे तक दुल्हन के घर नही पहुँची बारात। बाद मे दुल्हन पक्ष ने शादी रद्द कर दी और बारात भी लौटा दी। अब दुल्हे पक्ष को 73 लाख रुपये देने होंगे जिसके लिए जमीन का एग्रीमेंट कराया गया है। पुलिस के मुताबिक लड़का एमबीबीएस है और लड़ी जेबीटी है। लड़की के पिता दिल्ली पुलिस मे है और उनका कहना है कि लड़का डाक्टर है इसलिए हैसियत से अधिक दहेज स्वीकार कर लिया । दहेज मे ब्रेजा कार की बात हुई जो बाद फार्चुनर मे बदल गई। जो कि अब लड़के पक्ष के लिए गले की फांस बन गयी है। ना सिर्फ शादी खर्च बल्कि पंचायत मे यह निर्णय लिया गया है कि लड़के पक्ष को 5 लाख रुपये गौशाला के लिए भी देने होंगे।

मामला गुरुग्राम के भांगरौला की है। जहाँ जुड़ौला से बारात आई लेकिन बारात मे ही दहेज को लेकर विवाद हो गया। रात के 2 बजे तक बारात समारोह स्थल तक नही पहुंची तो दुल्हन पक्ष ने शादी कैंसिल कर दी। बारात को देर से पहुँचने पर 15 घंटे तक बारात को बंधक बना कर रखा गया। लिखित समझौते के बाद बारात को वापस भेजा गया। समझौते मे पुलिस भी मौजूद रही।

समझौते के अनुसार भांगरौला निवासी सेवाराम ने बेदी की शादी जुड़ौला निवासी मोहित से तय की थी। मंगलवार को बारात भांगरौला पहुँची लेकिन समारोह स्थल पर देर रात तक नही आई। आरोप है कि लड़के पक्ष ने दहेज मे बड़ी गाड़ी और नकदी की मांग की। जबकि दुल्हन पक्ष पहले ही 23 फऱवरी को लगन के साथ घरेलु सामान और ब्रेजा गाड़ी भेज चुका था। बताया जाता है कि लड़का पक्ष लड़की पक्ष से ब्रेजा गाड़ी के बजाय फार्चुनर की मांग की थी जिसको लेकर दोनो पक्ष मे विवाद हो गया।

लड़के पक्ष के द्वारा बड़ी गाड़ी की मांग की गई या नही इस बात की कोई पुख्ता जानकारी सोशल मिडिया से नही मिली है और नही तो समाज जागरण इस खबर की पृष्टि करता है। लेकिन एक विडियों सोशल मिडिया पर तेजी से तैर रहा है जिसमें पंचायत के द्वारा लिखित समझौता पढ़ी जा रही है जिसमे लड़का पक्ष के द्वारा लड़की पक्ष को 73 लाख रुपये शादी के खर्च के रूप मे देने की बात कही गयी है। इसके अलावा जो समान लगन मे भेजी गयी थी उसकी वापसी।

https://studio.youtube.com/channel/UCzvBZd4LQIxTyRSWTwtni-g

अब इस शादी को लेकर सोशल मिडिया पर लोगों ने अपने अपने पक्ष रख रहे है। जहाँ एक तरफ दहेज लोभियों को लेकर हरियाणा पंचायत मे हुए फैसले का लोग समर्थन कर रहे है वही दूसरी तरफ लोग सवाल भी पूछ रहे है की क्या लड़के के पक्ष मे भी ऐसी फैसले लेने की हिम्मत पंचायत मे है। जिसमें हाल ही मे आगरा मे पत्नि के प्रताड़ना से पीड़ित पति ने आत्महत्या कर लिया था। इससे पहले बंगलौर का मामला तो आप सभी को याद ही होगा। लोगों का कहना है कि जब लड़की पक्ष और लड़का पक्ष पहले से ही सबकुछ तय कर लेते है। लड़का लड़की एक दुसरे को जान लेते है फिर अचानक से शादी का टुटना मामले को किसी दूसरी तरफ भी तो ले जाते है। जिसको लड़की पक्ष ने दहेज का रंग देकर भुना लिया है। क्या मामले मे दोनो पक्ष को सुना गया है।

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