ओबरा परियोजना विद्युत आपूर्ति के क्षेत्र में पुनः अपने स्वर्णित इतिहास को दोहरायेगी।

ओबरा ‘सी’ परियोजना को लाईट-अप होने से प्रदेश को 660 मे०वा० अतिरिक्त बिजली उपलब्ध

संवाददाता शिव प्रताप सिंह।
दैनिक समाज जागरण

ओबरा/ सोनभद्र। दिनांक 22.12.2016 को प्रारम्भ हुए 2×660 मे०वा० ओबरा ‘सी’ परियोजना के निर्माण कार्यों के अन्तर्गत ओबरा ‘सी’ परियोजना की इकाई संख्या 02, दिनांक 06.03.2025 को प्रातः 10.26 बजे ग्रिड से तेल एवं कोयले पर समकालित कर ली गयी है। विदित है कि इसके पूर्व इस इकाई का ब्वायलर हाइड्रो टेस्ट दिनांक 30.03.2024 को तथा ब्वायलर लाईट-अप दिनांक 31.03.2024 को कर लिया गया था। कोरोना महामारी के कारण विलम्बित हुई उ०प्र० सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण कराये जाने हेतु उ०प्र० शासन तथा निगम मुख्यालय स्तर से नियमित अनुश्रवण किया जा रहा था। समकालन के समय इं० अजीत कुमार तिवारी, सलाहकार (तकनीकी), इं० आर०के० अग्रवाल, मुख्य महाप्रबन्धक, इं० एस०के० सिंघल, महाप्रबन्धक (स), इं० वाई०के० गुप्ता, महाप्रबन्धक (कोयला संचालन), मेसर्स दूसान पावर इण्डिया प्रा०लि० के इं० चो एवं मेसर्स जी०ई० के इं० प्रवीण कुमार के साथ-साथ ओबरा ‘सी’ परियोजना तथा मेसर्स दूसान पावर इण्डिया प्रा०लि० एवं मेसर्स जी०ई० के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। इकाई का सुरक्षित परिचालन सुनिश्चित किये जाने के उ‌द्देश्य से इकाई का भार धीरे-धीरे बढ़ाते हुए इकाई को अगले सप्ताह तक पूर्ण क्षमता पर परिचालित कर लिया जायेगा। इस मौके पर परियोजना के मुख्य महाप्रबन्धक इं० आर०के० अग्रवाल ने कहा कि यह उपलब्धि निगम एवं दूसान तथा उसके वेण्डरों के कुशल इंजीनियरों, तकनीकी विशेषज्ञों और सभी संबंधित कर्मचारियों के निरंतर परिश्रम और प्रतिबद्धता का परिणाम है। इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर के साथ, हम विश्वसनीय और निर्बाध बिजली आपूर्ति की दिशा में एक और कदम आगे बढ़े हैं। यह उपलब्धि न केवल ऊर्जा क्षेत्र में हमारी क्षमता को दर्शाती है, बल्कि राष्ट्र की प्रगति में हमारे योगदान को भी सुदृढ़ करती है। हम इस सफलता पर अपनी पूरी टीम को बधाई देते हैं और भविष्य में भी इसी प्रकार उत्कृष्ट प्रदर्शन की आशा रखते हैं। सूच्य है ओबरा ‘सी’ की इकाई संख्या 01, दिनांक 09.02.2024 से वाणिज्यिक भार पर परिचालित है। इकाई संख्या 02 के परिचालित हो जाने से प्रदेश को 660 मे०वा० अतिरिक्त बिजली उपलब्ध होने लगेगी तथा ओबरा परियोजना विद्युत आपूर्ति के क्षेत्र में पुनः अपने स्वर्णित इतिहास को दोहरायेगी।

Leave a Reply