नवादा:-(आर्यन मोहन)जिले के फ्रंटलाइन पब्लिक स्कूल आनंद नगर, चातर ,नवादा में खेल महोत्सव का समापन मगध विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र एवं श्रम समाज कल्याण के विभागाध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि प्रोफेसर भारत भूषण के हाथों हुआ। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि मगध विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र के डॉ0 योगेन्द्र प्रसाद सिंह डॉ0 महेंद्र प्रसाद सिंह (अवकाश प्राप्त) विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग आरएमडब्ल्यू कॉलेज, नवादा डा0 (प्रो0)देवेंद्र कुमार सिन्हा एस के एम कॉलेज, नवादा प्रोफेसर रतन कुमार मिश्र हिन्दी विभाग भी एम कालेज,पावापुरी के सहयोग से हुआ। प्रातः10:00 बजे पहुंचने पर फ्रंटलाइन पब्लिक स्कूल की छात्राएं स्वागत में फूलों की वर्षा करने लगी सभी अतिथि मंत्रमुग्ध हुए ।स्कूल के चेयरमैन कुमार ने सभी अतिथियों को अंग वस्त्र एवं पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया और मंच से स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए इस विद्यालय को खोलने की ललक और अपने उत्साह की चर्चा की। विद्यालय सीबीएसई नई दिल्ली से टेन प्लस टू तक अफिलिटेड हुआ इसकी जानकारी दी। यहां के बच्चे देश के कोने-कोने तक पहुंचकर अपनी कार्य और निष्ठा के साथ देश की सेवा कर रहे हैं। सबसे पहले सभी अतिथियों ने कबड्डी के फाइनल खेल के खिलाड़ियों का परिचय लिया एवं खिलाड़ियों की मांग पर उद्घाटन के रूप में अतिथियों के बीच फैंसी मैच हुआ जो बिना किसी हार जीत के बाद समाप्त हुआ। इसके बाद कबड्डी के फाइनल में पहुंचे टीम यंग स्टार और आर्यभट्ट में टीम यंग स्टार ने जीत हासिल की और आर्यभट्ट टीम को हार स्वीकार करनी पड़ी। इसके बाद लड़कियों के खो खो के खेल में दो टीम यंग स्टार और आर्यभट्ट के बीच भिड़ंत हुई, जिसमें यंग स्टार ने जीत हासिल की। अंत में लड़कों का क्रिकेट का मैच वारियर्स और किंग्स के बीच हुई और वारियर्स टीम बुरी तरह फंस गई ।अंत में 2 बॉल पर 5 रन बनाना था जिसमें अमन कुमार ने अंतिम बॉल पर छक्का मारकर मैच को अपने हाथ कर लिया और उसने अपने टीम के लिए जीत हासिल की। इसके बाद आए हुए मुख्य अतिथि डॉ (प्रो0)भारत भूषण एवं विशिष्ट अतिथि डॉ (प्रो0) योगेन्द्र प्रसाद सिंह धर्मेंद्र प्रसाद सिंह डा0(प्रो0)देवेंद्र कुमार सिन्हा एवं विद्यालय के चेयरमैन प्रो0 बिजय कुमार के द्वारा संयुक्त रुप से पारितोषिक वितरण किया गया। बच्चों की इस सभा में प्रोफेसर रतन कुमार मिश्र ने बच्चों के पठन-पाठन में मजबूत बनने को कहा। डॉक्टर देवेंद्र कुमार सिन्हा ने बच्चों को पाँच टिप्स दिया। बच्चों को वफादारी, समझदारी, इमानदारी, सदाचारी, होशियारी, को अपने जीवन में बनाए रखना चाहिए।डा0(प्रो0)योगेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि बच्चों को चरित्रवान बनना चाहिए। पढ़ने का अर्थ केवल किताबी ज्ञान अर्जित करना नहीं बल्कि सभ्यता संस्कृति और संस्कार को ग्रहण करना अपेक्षित है। डॉक्टर प्रोफेसर भारत भूषण ने बच्चों को कहा की इस सुदूर ग्रामीण अंचल में सरस्वती मंदिर की स्थापना के मूलभूत उद्देश्य ग्रामीण अंचलों में छुपी हुई प्रतिभाओं को बाहर निकालना और ऐतिहासिक सांस्कृतिक परंपरा के साथ अपनी विरासत और भारत की गौरव द्वीप्त परंपरा को अक्षुण्ण बनाए रखना है ।पठन-पाठन के साथ-साथ आज के परिवेश में खेल की महत्ता को उन्होंने स्वीकार किया और भविष्य की सारी संभावनाओं को खेल के संदर्भ में रेखांकित किया। सच तो यह है कि स्वस्थ्य शरीर में स्वस्थ्य मस्तिष्क का निवास संभव है और स्वस्थ शरीर खेल के बिना असंभव है। मंच का सफल संचालन नवदीप कुमार सिन्हा ने किया। इस खेल महोत्सव को सफल बनाने में खेल शिक्षक आशुतोष कुमार, विश्व भूषण, विमलेश कुमार की भूमिका मंच से सराहा गया। इसके बावजूद शिक्षक श्रीराम शर्मा, राजेश कुमार, टुनटुन कुमार, विद्यासागर, कौशल कुमार, सत्यांशु पांडे, शकुंतला कुमारी, जया कुमारी, आरती कुमारी, शबनम कुमारी, सोनम कुमारी, रितु, चाहत ने स्कोरिंग करने का कार्य बेहतर तरीके से किया। आकांक्षा कुमारी, संतोष कुमार, सलोनी कुमारी, जय किशोर मिश्रा ,राम गोपाल दास, रविंद्र कुमार का योगदान भी सराहनीय रहा है। अंत में राजेश कुमार ने पूरी सभा को धन्यवाद ज्ञापन कियाऔर सभा समाप्त करने की घोषणा की।