टीपरो और ट्रैक्टरों के अनियंत्रित गति से गिट्टी ,बालू ,भस्सी की अवैध हो रही ढुलाई , दे रही दुर्घटनाओं को न्योता ।

तहसील संवाददाता दैनिक समाज जागरण । शिव प्रताप सिंह

ओबरा सोनभद्र। ओबरा में आए दिन बेलगाम टीपर चालकों की बेतुकी चाल से बिल्ली मारकुंडी के निवासी भय के साए में जी रहे हैं। इस गंभीर समस्या को देखते हुए पूर्वाचल पत्रकार एकता समिति के नगर महासचिव ने उपजिलाधिकारी (एसडीएम) को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें समस्या से अवगत कराते हुए तत्काल कार्यवाही की मांग की गई है।बिल्ली खदानों से निकलने वाले भारी भरकम टीपर अक्सर ओवरलोड होते हैं, जिसके कारण ओबरा-चोपन मुख्य मार्ग पर बड़े-बड़े पत्थर, गिट्टी और भस्सी गिरते रहते हैं। इन कारणों से आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही नगर पुलिस उपाधीक्षक (सीओ सिटी) सुश्री चारु द्विवेदी जब अपने गंतव्य की ओर जा रही थीं, तभी खनन से निकलने वाले एक बेलगाम टीपर ने उनकी गाड़ी को सामने से जोरदार टक्कर मार दी थी। यह तो गनीमत रही कि सीओ सिटी और उनके चालक बाल-बाल बच गए।अब सवाल यह उठता है कि बिल्ली मारकुंडी के निवासियों को इस प्रदूषण और खतरे से कब निजात मिलेगा? घनी आबादी वाले इस मार्ग पर न तो कोई स्पीड ब्रेकर है और न ही इन भारी वाहनों पर किसी प्रकार का नियंत्रण। आसपास के रहवासी तेज गति से दौड़ते इन पत्थर लदे वाहनों से त्रस्त हैं। इस मार्ग पर एक तरफ कॉलेज है तो दूसरी तरफ बिल्ली रेलवे स्टेशन और चारों तरफ घनी आबादी बसी हुई है।आपको बताते चलें कि शारदा मंदिर चौराहे पर लाखों रुपये खर्च कर एक पुलिस केंद्र तो बनाया गया है, लेकिन विडंबना यह है कि उसमें ताला लटका हुआ है। गजराज नगर से लेकर बग्गा नाला तक सड़क के दोनों किनारों पर पत्थर, गिट्टी और भस्सी बिखरी पड़ी है, जिससे मोटरसाइकिल और साइकिल सवार आए दिन चोटिल और घायल हो रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इस गंभीर समस्या पर किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं जा रहा है।खनन माफिया के दबाव में क्रेशर यूनियनें केवल नाम के लिए ही काम कर रही हैं। न तो सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाता है और न ही नई बनी सड़कों से झाड़ू लगाकर पत्थर और गिट्टी हटाई जाती है, जिससे प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। स्थिति यह है कि पत्रकार भी इस मार्ग पर चलने में डर रहे हैं। सरकार ने सड़क तो 20 से 25 फीट चौड़ी बनवा दी है, लेकिन मौके पर केवल 10 फीट का रास्ता ही दिखाई देता है, बाकी सड़क पर पत्थर और गिट्टी का ढेर लगा हुआ है।पूर्वाचल पत्रकार एकता समिति ने एसडीएम से तत्काल इस समस्या का संज्ञान लेने और बेलगाम टीपर चालकों पर लगाम कसने के साथ-साथ सड़क पर गिरे मटेरियल को हटवाने और प्रदूषण नियंत्रण के उचित उपाय करने की मांग की है, ताकि बिल्ली मारकुंडी के निवासियों को राहत मिल सके और भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं को टाला जा सके।

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