वेयरहाउस गोदाम प्रभारी प्रीति शर्मा वर्षों से धान खरीदी चावल भंडारण में करोड़ों का लगा रही चूना

किस मिलर्स का मिला संरक्षण, 9 जिलों में गोदाम से भेजे गये चावल निकले कीड़े युक्त

अनूपपुर

वेयरहाउस गोदाम प्रभारी प्रीति शर्मा अपने आप को महाप्रबंधक का दर्जा देकर अनूपपुर जिले के तहसील कोतमा, जैतहरी, अनूपपुर, राजेंद्र ग्राम ,के धान खरीदी केंद्रों एवं चावल भंडारण व गेहूं खरीदी में प्रत्येक वर्ष विगत कई वर्षों से कई करोड़ रुपए का चूना लगा रही है, डुप्लीकेट महा प्रबंधक प्रीति शर्मा को अनूपपुर नगर के किसी बड़े व्यापारी राइस मिलर का खुला संरक्षण प्राप्त होने की खबर है जिसके चलते धान खरीदी में धान की जगह रेत, गिट्टी, मिट्टी, पत्थर धान की बोरियों में भर कर छल्ली दिखा दिया जाता है और राइस मिलरो के साठ गांठ से फर्जी धान का उठाव धान मिलिंग एवं चावल का भंडारण की फर्जी कागजी कार्रवाई की जाती है जो उच्चस्तरीय जांच का विषय माना जा रहा है। जबकि प्रदेश सरकार द्वारा गरीब तबके के लोगों को सुविधाएं देने कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है वहीं नागरिक आपूर्ति विभाग एवं वेयर हाउस द्वारा जिले के गोदामो में भंडारित गुणवत्ताविहीन व अमानक चावल गरीबों की थाली में परोसने को तैयार है। जहां नये मामले में अनूपपुर जिले सहित प्रदेश के नौ अन्य जिलो में भेजे गये चावल के गुणवत्ताविहीन व कीड़े युक्त होने का पत्राचार किया गया है।सूत्रों से जानकारी मिली है कि मध्य प्रदेश वेयर हाउसिंग एवं लाजिस्टिक कार्पोरेशन अनूपपुर के दार सागर गोदाम में भंडारित चावल के गुणवत्ताविहीन होने के बाद भी उन्हेेें शासकीय उचित मूल्य दुकानो में भेजा रहा है। उक्त भंडारित चावल के गुणवत्ता की न तो नागरिक आपूर्ति विभाग के क्यू वाई द्वारा जिले के राईस मिल से धान की मीलिंग कर भंडारित की गई अमानक चावल को गुणवत्ता युक्त बना दिया गया।

नौ जिलो में भेजी गए चावल मिले कीड़े

अनूपपुर जिले से प्रदेश के नौ जिलो में 16500 मैट्रिक टन चावल दार सागर गोदाम से भेजा गया। जिले से एलआरटी हुये चावल खरगौन, देवास, डिण्डौरी, मुरैना, टीकमगढ़, छतरपुर, छिंदवाड़ा सहित अन्य जिलो में पहुंचने के बाद एलआरटी चावल प्राप्तकर्ता ने चावल की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिये। प्राप्तकर्ता जिलो के द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम अनूपपुर के प्रबंधक से पत्राचार कर प्राप्त हुये चावल के बोरो में कीड़ की बहुतायत मात्रा होने की शिकायत दर्ज कराई।

गोदाम के चावल का नहीें किया कीटोपचार

प्रदाय केन्द्र प्रभारी कोतमा द्वारा भी दार सागर गोदाम में भंडारित चावल के गुणवत्ताविहीन व अमानक होने की पुष्टि की गई, जिस पर दार सागर गोदाम के प्रभारी पर गोदाम में भंडारित चावल के भंडारण में वैैज्ञानिक पद्धति को दरकिनार करते हुये समय पर दवाईयों का छिडक़ाव व मानसून के अवसर पर कीटोपचार नहीं किया गया जिसके कारण चावल की गुणवत्ता लगातार गिरती चली गई। प्रदेश के नौ जिलो से आ रही शिकायतों को सही मानते हुये गोदाम प्रभारी पर लापरवाही का आरोप मढ़ दिया गया।

प्रीति शर्मा की चल रही हिटलर शाही

धान खरीदी चावल भंडारण गेहूं खरीदी के साथ-साथ अन्य खाद्यानों का रख रखाव सुरक्षित ढंग से कार्य करने वाले जिम्मेदार गोदाम प्रभारी प्रीति शर्मा अपने आप को महाप्रबंधक मानकर हिटलर शाही कर रही है जिसके चलते दैखल पयारी निगवानी दार सागर चावल के गोदाम में जहां कीड़े लगे हुए हैं वहीं हजारों क्विंटल खाद्यान्न सार्ट बताया जा रहा है।

प्रबंधक प्रीती शर्मा के ऊपर लगे आरोप

दार सागर गोदाम में भंडारित चावल की गुणवत्ता व गोदाम में चावल के रख रखाव पर वेयर हाउस प्रबंधक प्रीति शर्मा के उपर लापरवाही के आरोप लगे हैं। प्रदाय केन्द्र प्रभारी कोतमा द्वारा भी उक्त गोदाम मे भंडारित चावल में वैज्ञानिक पद्धति का उपयोग नहीं किये जाने का आरोप है जबकि नियमत: गोदाम में भंडारित चावल का समय समय पर कीटनाशन दवाईयों को छिडक़ाव किया जाना आवश्यक होता है लेकिन कीटोपचार नहीं होने के कारण चावल की बोरियो में कीड़े लग गये।

कलेक्टर के आदेशो की अवहेलना

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को प्रदाय करने वाली खाद्यान्न के गुणवत्ता की शिकायत पर तत्कालीन कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने 17 सितम्बर को जिले के आठ गोदामों में भंडारित चावल की परीक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये थे। जिसमें गोदाम में भंडारित चावलों की गुणवत्ता की जांच हेतु नागरिक आपूर्ति निगम, वेयर हाउस एवं खाद्य विभाग के अधिकारियेां की संयुक्त जांच दल बनाया गया था जिन्हें तुलसी वेयर हाउस, बीओटी बरबसपुर, श्री शिवाय वेयर हाउस, अन्नपूर्णा वेयर हाउस, बतूल वेयर हाउस, एसडब्ल्यूसी कोतमा वेयर हाउस, बेंदी वेयर हाउस, एसडब्ल्यूसी राजेन्द्रग्राम वेयर हाउस में जांच दल द्वारा संयुक्त रूप से उक्त गोदामो के स्टेको का चयन कर खाद्यान्न की गुणवत्ता परीक्षण किया जाकर दो दिवस के अंदर जांच प्रतिवेदन मंगाया गया था। किंतु जांच के बाद संबंधित विभाग के अधिकारियेां द्वारा अब तक उक्त 8 गोदामों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई। उल्लेखनीय है कि प्रीति शर्मा अनूपपुर के किसी राइस मिलर के इशारे पर कार्य करते हुए जिले के अन्य राइस मिलरो को हमेशा परेशान करती हैं अगर इन्हें इस साल धान खरीदी एवं धान भंडारण से दूर नहीं रखा गया तो पुनः करोड़ों रुपए के घोटाले की आशंका अभी से मानी जा रही है।

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