नोए़डा समाज जागरण डेस्क
नोएडा सेक्टर 32 स्थित डंपिंग ग्राउण्ड कुंड़े मे आग लगाने के काऱण अब जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर ने नोएडा आर्थारिटी से 1लाख 25 हजार की जुर्माना वसूलने के निर्देश दिए है। वही पश्चिमांचल विद्यूत वितरण निगम के ठेकेदारों ने नोएडा मे भूमिगत तार बिछाने के दौरान खुदाई के लिए क्षेत्रीय प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशो का पालन नही किया है इसलिए इस विभाग से भी 4 लाख 50 हजार जुर्माना वसूलने के लिए कहा गया है।

बताते चले कि नोएडा सेक्टर 32 स्थित डंपिंग ग्राउण्ड में पहली बार आग नही लगी है बल्कि साल दर साल अगर देखेंगे तो इसी महीने मे कुड़े मे आग लगते है या फिर लगाये जाते है जिसके कारण आस-पास रहने वाले लोगों को जहाँ घुटन जैसी समस्याओं से जुझना पड़ता है वही दमकल विभाग को भी आग बुझाने मे बड़ी मशक्त करने पड़ते है। एनडीटीवी खबर के मुताबिक 2024 मे भी 26 मार्च को आग लगी थी। जिसकों बुझाने मे कई दिनों तक दर्जनों दमकल गाड़ियों को मशक्त करना पड़ा था।
सरकार जिम्मेदारों पर कार्यवाही करने के बजाय विभाग से जुर्माना वसूलती है जिससे जिम्मेदारों पर कोई फर्क नही पड़ता है। वसूले गए जुर्माना सरकार के एक विभाग से दूसरे विभाग मे जाते है जिसके कारण भले ही विभाग को आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ती हो लेकिन इसके लिए जिम्मेदारों को कोई असर नही होता है। जबकि जुर्माना तो जिम्मेदारों से लेने का प्रावधान होनी चाहिए। सरल भाषा मे कहे तो सरकार ही सरकार से जुर्माना वसूल रही है और सरकार के खजाने मे ही जाती है। ऐसा नही है कि सिर्फ यही कुड़ा जलाये जाते है नोएडा के कई क्षेत्र मे इसी प्रकार से कुड़े मे आग लगाकर उसका निस्तारण कर दिए जाते है। शिकायत करने पर नोएडा प्राधिकरण और एनजीटी सिर्फ संज्ञान लेती है लेकिन कोई कार्यवाही नही किए जाते है।