क्या हुआ जब पुलिस अधीक्षक स्वयं भेस बदलकर निकली, टाईम सतर्कता व रिस्पांस को चेक करने।

समाज जागरण

अक्सर पुलिस पर आरोप लगते रहते है कि घटना के समय पुलिस का रिस्पांस ठीक नही था या फिर जब घटना की जानकारी पुलिस को दी गई तो पुलिस टाइम से नही पहुँची। अगर समय से पहुँच जाती तो घटना को टाला जा सकता था। पुलिस की लेट लतीफी हमेशा ही मिडिया के सुर्खियों में बना रहता है।

ऐसे ही पुलिस की टाइम, रिस्पांस व सतर्कता को चेक करने निकली औरेया पुलिस के कप्तान आईपीएश चारू निगम। उन्होने स्वयं की पहचान को छुपाते हुए, सुनसान रोड पर तमंचे के बल पर उनके साथ लूट-पाट की झूठी खबर कन्ट्रोल रूम व डायल 112 की दी। लेकिन इस बार पुलिस की कार्यवाही संतोषजनक रहा। इस सारे घटना के विडियों रिकार्डिंग किया गया जो कि अब टवीटर हैण्डल पर मौजूद है।

इस विडियों को देखने के बाद जहाँ एक तरफ मैडम की खुब वाह वाही हो रही है वही दूसरी तरफ कुछ लोग इसको छोटा सा सेलेक्टेड छोटा सा ड्रामा बता रहे है। कुछ लोगों का कहना है कि पुलिस के लिए पुलिस का रिस्पांस टाइम तो ठीक होगा ही। अगर इतना ही संतोषजनक होता तो जनसुनवाइ में आने वाली सैकड़ो शिकायत के लिए कौन जिम्मेदार है ?

@dibnesh

फिर भी लोग बलात्कार और चोरी छिनैती तथा क़ानून व्यवस्था का सवाल उठाते हैं यूपी के लिए। रामराज्य खुला दिख रहा है, लाइट कैमरा ऐक्शन भरपूर है।इतनी सही शूटिंग तो प्रकाश झा और करन जौहर भी नहीं दिखा सकते। शाबाश औरैया पुलिस की मुखिया।

Achrye Kushmuni

@AchryeKushmuni

@auraiyapolice

@ipsCharuNigam

जब किसी जिले का एस पी अपने जिले की पुलिस आकस्मिक निरीक्षण करता है तो मामला संतोष जनक ही रहता है। मैने आज तक नहीं सुना कि किसी एस पी ने अपने जनपद की पुलिस के प्रति असंतोष व्यक्त किया हो। अभी कोई कामन परसन काल करता तो पुलिस इतना तत्पर न होती।

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