अगला कुंभ मेला कब और कहाँ आयोजित होगा?

नमस्कार मै रमन कुमार

महाकुंभ 2025 के समाप्ति तक 66 करोड़ लोगों के द्वारा डुबकी लगाना जहाँ एक तरफ विश्व रिकार्ड बन गया है वही अब सनातन धर्म मे विश्वास रखने वाले लोगों के मन एक जिज्ञासा भी उठा रहा है कि अगला कुंभ कब और कहाँ होगा। प्रयागराज महाकुंभ ने एक साथ मे कई कीर्तिमान बनाने के साथ-साथ कई लोगों को खुशियाँ तो कई लोगों को गम भी दिया। जिनको गम मिला है उनके परिवार के लिए सहानुभूति और जिनको खुशिया मिली है उनके लिए शुभकामनाएँ। भगदड़ के कारण जिन लोगों ने जान गवाएँ भगवान उनके आत्मा को शांति दे और कुंभ से जिन लोगों को नया जीवन मिला है भगवान उनको सदबुद्धि दे।

दुनिया के सबसे बड़ा मानव धार्मिक समागम के रूप मे महाकुंभ 2025 को सदियों तक याद किया जायेगा। जहाँ मात्र एक डुबकी के लिए 66 करोड़ लोग एकत्र हुए। महाकुंभ शासन प्रशासन और सरकार द्वारा किए गए व्यवस्थाओं और अव्यवस्थाओं के लिए भी याद किया जायेगा। इस कुंभ मे जो जैसा खोजा उसको वह सब मिला, जिसके बारे मे यूपी के मुख्यमंत्री बार बार जिक्र कर रहे है। हालांकि मै उन बातों का समर्थन नही करता हूँ। इस महाकुंभ मे जहाँ सनातन समर्थको को भरपूर सराहना मिला है वही विरोधियों को सोशल मिडिया पर भरपूर गाली भी खाने को मिला है जिसका जिक्र कही भी नही किया गया है।

दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक महाकुंभ मेला 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी 2025 तक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित किया गया। 45 दिनों तक चलने वाले इस भव्य आयोजन का समापन बुधवार, 26 फरवरी को हो गया। इसने अपने पैमाने के साथ एक नया रिकॉर्ड बनाया।

लगभग 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई – जो संयुक्त राज्य अमेरिका की कुल आबादी से भी ज़्यादा है। इस आयोजन में न केवल भारतीय श्रद्धालु बल्कि दुनिया भर से भी आगंतुक आए। देश विदेश के मिडिया जगत के दिग्गज के साथ-साथ राजनीतिक लोगों ने भी कुंभ मे डुबकी लगाई और महाकुंभ का भ्रमण किया।

महाकुंभ 2025 के खत्म होने के बाद, कई लोग सोच रहे हैं कि अगला कुंभ मेला कब और कहाँ आयोजित होगा। भोपाल स्थित ज्योतिषी और वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा अगले महाकुंभ के बारे मे जानकारी साझा किया है।

नासिक कुंभ मेला
कुंभ मेला भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो चार प्रमुख स्थानों: प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में आयोजित किया जाता है। अगला कुंभ मेला 2027 में महाराष्ट्र के नासिक में 17 जुलाई से 17 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। यह गोदावरी नदी के तट पर स्थित त्र्यंबकेश्वर के पास आयोजित किया जाएगा। यह स्थल भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक पवित्र त्र्यंबकेश्वर शिव मंदिर का घर है।

जानकारों के अनुसार नासिक कुंभ मेला 2027 का एक मुख्य आकर्षण आधुनिक तकनीक का उपयोग होगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मेले में अत्याधुनिक तकनीकों को लागू किया जाएगा। जिसका लक्ष्य उन भक्तों के लिए एक आभासी पवित्र स्नान का अनुभव प्रदान करना है जो नदी में डुबकी लगाने में शारीरिक रूप से असमर्थ हैं। इस तकनीकी पहल का उद्देश्य तीर्थयात्रा को सभी के लिए अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाना है।

हर तीन साल में कुंभ मेला क्यों आयोजित किया जाता है?

कुंभ मेला एक विशेष धार्मिक आयोजन है जो हर तीन साल में चार शहरों: प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में आयोजित किया जाता है। प्रत्येक शहर में हर 12 साल में कुंभ मेला लगता है, जबकि अर्ध कुंभ मेला हर छह साल में और पूर्ण कुंभ मेला हर 12 साल में लगता है। हाल ही में संपन्न महा कुंभ मेला एक अनूठा आयोजन है जो हर 144 साल में एक बार होता है, जो इसे विशेष रूप से महत्वपूर्ण अवसर बनाता है।

महा कुंभ मेला 2025 की मुख्य विशेषताएं
महा कुंभ मेला 2025 ने अपने पैमाने और महत्व के कारण वैश्विक ध्यान आकर्षित किया। इस कार्यक्रम में भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अक्षय कुमार, कैटरीना कैफ और विक्की कौशल जैसी बॉलीवुड हस्तियों सहित अन्य प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। यहां तक ​​कि कोल्डप्ले के क्रिस मार्टिन जैसी अंतरराष्ट्रीय हस्तियां भी मौजूद थीं। मेले में 77 देशों के 118 राजनयिकों ने भी भाग लिया, जिससे इसके वैश्विक महत्व पर और अधिक प्रकाश डाला गया।

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