समाज जागरण दिल्ली नोएडा
दिल्ली : बीजेपी के मंडी (हिमांचल) से सांसद के उम्मीदवार व फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत पर “घृणित टिप्पणी” को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत पर कार्यवाही की मांग की है। जबकि कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने इस पर सफाई दी है। सुप्रिया श्रीनेत का कहना है कि हम कभी किसी भी महिला के प्रति इस प्रकार के “घृणित टिप्पणी” करने के बारे मे सोच भी नही सकती हूँ
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने मंडी से बीजेपी उम्मीदवार कंगना रनौत को लेकर अपने पोस्ट पर सफाई जारी की है. वह कहती हैं, “मेरे फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट तक कई लोगों की पहुंच है। उनमें से किसी ने आज बेहद अनुचित पोस्ट किया। जैसे ही मुझे पता चला, मैंने वह पोस्ट डिलीट कर दी। जो भी मुझे जानते हैं, वे भी अच्छी तरह से जानते हैं कि मैं ऐसा कर सकती हूं।” कभी भी किसी महिला के प्रति व्यक्तिगत और अशोभनीय टिप्पणी न करें।
मैं जानना चाहती थी कि ऐसा कैसे हुआ। मुझे पता चला कि ट्विटर पर मेरे नाम का दुरुपयोग किया जा रहा है और सुप्रियापैरोडी नाम से एक पैरोडी अकाउंट चलाया जा रहा है। उन्होंने यह आपत्तिजनक पोस्ट किया है। किसी ने इसे कॉपी कर लिया है वहां से और इसे अपने इंस्टाग्राम और फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट किया। मैं उन लोगों से यह जानने की कोशिश कर रही हूं कि किसने ऐसा किया है। मैंने इस पैरोडी अकाउंट की शिकायत ट्विटर पर भी की है…”
सुप्रिया श्रीनेत ने स्वयं से रिकार्डेड एक विडियो एएनआई को जारी की है जिसमें उन्होंने यह जानकारी दी है।
भले ही चुनाव मे चुनाव आयोग के द्वारा आचार संहिता लागू किया गया है लेकिन इसका असर तो सिर्फ सरकारी काम काज पर ही पड़ते है। सरकारी दफ्तर मे जाईयें तो सरकारी असफर से लेकर चपरासी तक आपको कहेंगे आचार संहिता लगा है अभी तो कोई काम हो ही नही सकता है। अगर कोई काम नही हो सकता है तो तन्ख्वाह भी तो नही बटनी चाहिए।
चुनाव आयोग के द्वारा लागु आचार संहिता कही भी राजनीतिक दलों के संस्कारों पर लागु नही होते है। मुद्दे की बात करने देश की तरक्की की बात करने के बजाय जनता को गाली गलौज मे उलझा ने की कला कोई राजनीतिक पार्टी के आई टी सेल से सीखे। ऐसे मे सुप्रिया श्रीनेते के पूराने विडियों वायरल किए जा रहे है जिसमें टीवी चैनल पर बैठकर मोहतरमा गाली दे रही है।
सवाल उठता है कि सुप्रिया श्रीनेत कांग्रेस के मीडिया प्रमुख हैं और उनका अकाउंट किसी और द्वारा संचालित किया जाता है । किसके द्वारा किया जा रहा है वह नहीं जानतीं…… वह कांग्रेस की मीडिया संभालती हैं… क्या इससे भी बड़ा मजाक है कुछ हो सकता है ? चूंकि यह उनके आधिकारिक अकाउंट से पोस्ट किया गया है, इसलिए यह कहना कि किसी ने पोस्ट कर दिया है और यह बात वह नही जानती है। चुनाव है जाहिर है कि आप किसी के इतिहास को खंगालेंगे तो आपके इतिहास भी खगाले जायेंगे। क्योंकि राजनीतिक मे आईटी से उसी बीमारी का एक नाम है। ऐसे इस मामले मे सुप्रिया श्रीनेत को चाहिए कि बाबा धीरेन्द्र शास्त्री से अर्जी लगवाए वह भी शर्त के साथ। क्योंकि बाबा कहते है कि ऐसा कोई नही जिसने अपने जिंदगी मे काले कारनामे नही किया हो। शर्त यही होनी चाहिए कि बाबा सिर्फ इस पोस्ट के बारे मे ही बात खुलासा करे बांकि सब अनदेखी।