प्राचीन किला (मनहार गढ़) जलालाबाद,शामली के अधिग्रहण एवं जलालाबाद का नाम पुनः मनहार खेड़ा करने के लिए क्षेत्र से उठी माँग:

रिपोर्ट रितिन पुंडीर

सहारनपुर/जलालाबाद,शामली में स्थित प्राचीन राजपूतकालीन किले को कब्जा मुक्त कराने और पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षण की मांग हेतु क्षेत्रवासियों ने गाँव-जनधेडी (सहारनपुर) में बैठक का आयोजन किया गया । प्राचीन किले एवं जलालाबाद के नाम को लेकर क्षेत्रवासियों के अंदर रोष है, क्योंकि राष्ट्र की अति प्राचीन राजपूतकालीन धरोहर पर मुगल फौजदार के वंशजो ने अपना कब्जा स्थापित किया हुआ है | क्षत्रीय वंशावली एवं भारतीय इतिहास में प्राचीन किले को “मनहारगढ़” और कस्बे को “मनहार खेड़ा” के नाम से दर्शाया गया हैं,जोकि मुग़लों से हुए संघर्षों एवं मुगल फौजदारो द्वारा क्षेत्र पर हुए अत्याचारों का एकमात्र गवाह है। लंबे समय से क्षेत्रवासी सरकार से लगातार मांग कर रहे है की वह इस प्राचीन क़िले को कब्जा मुक्त कराकर पुरातत्व विभाग को संरक्षित करने के लिए सोपे एवं जलालाबाद का नाम पुनः मनहार खेड़ा किया जाये।
इसी बीच आज गाँव जनधेडी में बैठक का आयोजन किया गया जिसमे भानु प्रताप सिंह, रामपाल सिंह प्रधान, भूपेंद्र राणा, विक्रांत राणा, प्रशांत राणा, कुँवरपाल सिंह, अमीसिंह, रामबीर,देवेंद्र राणा, अभिषेक चौहान, सुभाष सिंह(W), जोगिंद्र राणा, बंटी राणा,सागर, अरविंद राजपूत,विलास राणा,अनूप राणा,आदित्य पुंडीर, सौरभ राणा, दुष्यंत राणा, रितिक राणा, दिलावर सिंह व अन्य ग्रामीण व क्षेत्र से आये युवा एवं बुजुर्ग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।