बीसवां शतचंडी महायज्ञ धूमधाम से भिखारीपुर पोखरे पर संपन्न
श्री श्री शतचंडी महायज्ञ में अरणि मंथन के द्वारा अग्नि प्रकट किया गया।अग्नि प्रगट होने के बाद उसे अग्नि कुंड में स्थान देकर यज्ञ प्रारंभ हुआ।अरणिमंथन के द्वारा अग्नि प्रकट होते ही लोगों ने यज्ञ महाराज की जय, मां दुर्गा आदि भवानी की जयकारे भक्त जनों ने लगाये।चवननेश्वर महादेव मंदिर परिसर भिखारीपुर डीएलडब्लू में यह आयोजन हो रहा है। यज्ञ के आयोजक डॉक्टर टीपी सिंह ने बताया कि 19 वर्ष से अनवरत महायज्ञ हो रहा है।इस साल महायज्ञ का 20वां आयोजन वर्ष है। यज्ञ के आयोजक तथा काशी सेवा शोध समिति के सचिव डॉक्टर टीपी सिंह ने बताया कि यज्ञ के समापन के बाद 12 अक्टूबर को महाप्रसाद का वितरण किया जाएगा। जिसके लिए मंदिर परिसर में ही भंडारे का आयोजन किया गया है। यज्ञ पंडित चंद्रमौलि उपाध्याय के सानिध्य में आयोजित हुआ।
यज्ञ के पुरोहित पंडित सत्येनद्र मिश्रा ने बताया कि 9 दिन यहां पर आचार्यगण के द्वारा सुबह-शाम मंत्रोच्चार किया गया। इस दौरान आचार्यगण प्रभु दयाल शास्त्री, विकास मिश्रा, रोशन शास्त्री, महर्षि शांडिल आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी प्रभाकर जी, सुधीर मणि त्रिपाठी, राहुल शास्त्री, भोला मिश्रा, ऋषि शुक्ला, आदित्य मिश्रा, अजीत मिश्रा, लवकुश शास्त्री,सुनील मिश्रा भी रहे। यज्ञ की पूर्णाहुति के दौरान भिखारीपुर के पूर्व ग्राम प्रधान सुरेंद्र बहादुर सिंह काशी विद्यापीठ के पूर्व प्रमुख सिंह ओंकार सिंह,प्रमोद सिंह, अनिल सिंह,प्रशांत सिंह,धीरज सिंह,विष्णु शंकर,हिमांशु,डा हर्षिता राय ,हर्षित सिंह रीता, रीमा, बंदना, कालिंदी,मुखर, राधा सिंह,संध्या सिंह,अंश,सुहानी, पीयूष, अभय, राजू, अवधेश पटेल, राजकुमार मौर्य आदि भक्तजन भारी संख्या में उपस्थित रहे।