एसकेपी में अखंड रामचरितमानस पाठ

दैनिक समाज जागरण ब्यूरो/रिपोर्ट

विश्व गुरु भारत में नव वर्ष शुभारम्भ के अवसर पर विष्णु भगवान ने राजा दशरथ के घर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के रूप में अवतार लेकर अपने घर परिवार में माता-पिता के वचन को पूरा करने में भरत भाई के साथ दोनों धर्म मार्ग पर चलते हुए त्याग करने के लिए आंसुओं को रोक नहीं पा रहे , वहीं दूसरी ओर प्रकांड विद्वान पंडित लंकापति रावण को उनके विपरीत कर्मों को ध्यान में रखते हुए भगवान श्री राम को धनुष बाण उठाना पड़ा। रामनवमी ऐसे शुभ मुहूर्त में एसकेपी विद्या विहार राजपुर प्लस टू आवासीय विद्यालय बांका बिहार में प्राचार्य के आदेशानुसार विद्यालय परिसर में विद्यालय परिवार अखंड रामचरितमानस पाठ का आयोजन सफल संपन्न कर भगवती स्वरूप छोटी-छोटी बच्चियों को और मौजूद सभी के बीच प्रसाद वितरण किया गया। जीव विज्ञान शिक्षक सह पर्यावरण विशेषज्ञ व भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी बांका जिला ईकाई प्रबंध कमेटी सदस्य तथा अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा हेडक्वार्टर वासिंगटन डीसी से संबद्ध प्रवीण कुमार प्रणव ने बताया कि मानव को अध्यात्मिक,परोपकारी,मन, वचन व कर्म से त्यागी सन्यासी संत को ध्यान में रखते हुए संतुलित वैज्ञानिक सोच को आगे बढ़ाते हुए कर्म प्रधान पर अडिग रहते हुए जीवन चक्र पूरा करने का सफल प्रयास करना होगा । हर सांस में सामने वाले को ईश्वर मानकर चलने से अधिकांश समस्याओं का समाधान मिलते चला जाएगा। मौके पर अरूण कुमार सिंह, रामानुज, सूरज, पप्पू, सहित सभी का भरपूर सहयोग रहा।