अनूपपुर । गुजरात के इस स्पर्धा में बाजी मारी डॉ. नारेंद्र सिंह राठौर ने। टीम चैंपियनशिप सुनील जैन के साथ अपने द्वारका टीम को मुंबई के अजंता टीम को हराकर जीत हासिल की।
आप डॉ. नारेंद्र सिंह राठौर, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र तारापुर में वैज्ञानिक पद पर सन् 1990 में पदस्थ होकर वर्तमान में वैज्ञानिक अधिकारी-एफ पद पर पदस्थ हैं। आप न्यूक्लियर के क्षेत्र में Fuel Reprocessing का अंग्रेजी से हिन्दी में ईंधन पुनर्संसाधन का अनुवादित किताब रचकर, तीन किताबों एवं पचास रचनाओं सहित अपनी एक नई पहचान बनाई है और परमाणु जगत में पहले वैज्ञानिक है जो अनेक अवार्ड के साथ-साथ यंग साइंटिस्ट का अवार्ड इंडियन काउंसिल ऑफ केमिस्ट आपने अपने नाम किया है वहीं स्पेन से दो वर्ष की पोस्टडांक्टरल डिग्री की उपाधि हासिल की है। इसके अलावा आप कई अवार्ड अनुसंधान से अपने नाम हासिल किए हैं इतना ही नहीं खेल जगत में आपने क्रिकेट,फुटबॉल और इन दिनों लॉन-टेनिस के साथ-साथ टेबल-टेनिस को लेकर परमाणु जगत में अपनी एक नई पहचान बनाने की रुचि ले रखी है। आपकी प्राथमिक शिक्षा शासकीय विद्यालय चचाई, स्नातक, बुढार नेहरू डिग्री कॉलेज एवं स्नातकोत्तर की शिक्षा शंभू महाविद्यालय से ग्रहण की है।