दैनिक समाज जागरण, संवाददाता, बिकाश
ईचागढ़: ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के नीमडीह प्रखंड के झिमड़ी में घटित अपहरण एवं धर्मांतरण की घटना अत्यंत ही निंदनीय है। यह घटना न केवल समाज में शांति भंग करने का दुस्साहस है, यह हिंदू समाज के ऊपर सीधा प्रहार करने का भी प्रयास है। उक्त बातें आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव एवं ईचागढ़ विधानसभा के पूर्व एनडीए प्रत्याशी हरे लाल महतो ने कहा है। हरे लाल महतो ने कहा कि लगातार हिंदुओं के आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। हिंदू बहन बेटियों के साथ अन्याय हो रहा है, यह बर्दास्त नहीं किया जाएगा। हरे लाल महतो ने कहा कि निर्दोष लोगों के ऊपर कानूनी कार्रवाई करने के बजाय अपहरण और धर्मांतरण कराने के आरोपी मोहम्मद तस्लीम के इतिहास की जांच शुरू कर देनी चाहिए, क्योंकि झिमड़ी के ग्रामीणों का कहना है कि मोहम्मद तस्लीम यहां का निवासी नहीं है वह बाहर से आकर यहां रह रहा है। तस्लीम के ऊपर पूर्व में भी कई हिंदू विरोधी एवं कानून विरोधी कार्य करने का आरोप है, उसने झिमड़ी गांव के सरकारी भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर वहां दुकान व घर निर्माण किया है। हिंदुओं के पूजा स्थल को क्षतिग्रस्त करने का काम किया था। यदि उस समय कड़ी कार्रवाई की गई होती तो आज यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती। हरे लाल महतो ने कहा कि धारा 163 लगाए जाने के बावजूद मुस्लिम समुदाय के पक्ष में सैकड़ों लोग झिमड़ी गांव में प्रवेश कर जाते है और वहाँ पर बैठक भी किया। क्या उन लोगों के ऊपर नियम कानून लागू नहीं होते हैं? जो लोग धारा 163 का उल्लंघन कर मुस्लिम समुदाय के पक्ष में झिमड़ी गांव में बैठक की है, उनमें से कई लोगों के ऊपर पूर्व में दंगा भड़काने का मुकदमा चल रहा है, ऐसे में प्रशासन को इसकी जांच करनी चाहिए। हरे लाल महतो ने कहा कि प्रशासन से आजसू पार्टी मांग करती हैं कि अविलंब पूरे घटना की उच्चस्तरीय जांच करें और निर्दोष लोगों के ऊपर दर्ज मुकदमा वापस लिया जाय।
हरे लाल महतो ने कहा कि पीड़ित हिंदू समाज की लड़की समेत सभी समस्त हिंदू समाज के साथ हम सभी खड़े हैं। पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए आवश्यकता होगी तो बड़े स्तर पर आंदोलन भी शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि झिमड़ी गांव में अभी तक तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई हैं, ग्रामीण डरे सहमे हैं। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि ग्रामीणों आश्वस्त करें और शांतिपूर्ण वातावरण तैयार करने के लिए सकारात्मक पहल करें।
