किसके इसारे पर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से गायब की गयी खनिज वसूली की फाइल

आरोप : वेतन लेते है शासन का और चाकरी करते है खनिज माफियाओ की
ब्योहारी। जब अपनी ही बाड़ी खेत खाने लग जाये तो समझ लीजिये की उसका सर्वनास होना तय है ऐसा ही मामला अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय ब्योहारी का है जंहा पदस्थ अधिकारी कर्मचारी वेतन तो शासन का लेते है और चाकरी खनिज माफियाओ का करते है। लाखो रूपये के खनिज पत्थर के अवैध उत्खन्न की महत्वपूर्ण फाइल राजस्व कार्यलय ब्योहारी से गायब है जो जिम्मेदार अधिकारियो पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है जिसके लिये न्याय प्रिय कमिश्नर बी. एस. जामोद एवं कलेक्टर तरुण भटनागर को इस पर टीम गठित करा कर जांच कराने की अवश्यकता है।
तत्कालीन एसडीएम ने की थी कार्यवाही वो वर्तमान मे है नदारद –
क्रेसर पत्थर के अवैध उत्खन्न पर कार्यवाही करते हुए वसूली के लिये कार्यालय कलेक्टर जिला शहडोल द्वारा पत्र क्र./19/खनिज /2013/1253 दिनांक 01/11/2013 को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय ब्योहारी भेजा गया था जिस पर तत्कालीन एसडीएम द्वारा कार्यवाही करते हुए प्रकरण तैयार कर खनिज पत्थर के अवैध उत्खन्न की वसूली हेतु पत्र क्र./982/प्रवा./2017 दिनांक 18/08/2017 को नायब तहसीलदार वृत्त खांड को पत्र दिया गया था जिस पर वसूली तो नहीं की गयी बल्कि खनिज माफियाओ से सांठ – गांठ कर उक्त फाइल को गायब कर दिया गया है जिसका खुलासा सूचना अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी पर हुआ है।
किसके इसारे पर किसने फाइल को किया गायब –
वसूली की फाइल मे सत्ता पक्ष के नेता सहित कई हाई प्रोफ़ाइल लोगों का नाम होने के कारण उक्त फाइल को गायब कर दिया गया है जो जांच का विषय है कि उक्त फाइल को किसके इसरे पर और किसने गायब किया है क्या उक्त बात की जानकारी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ब्योहारी नारेन्द्र सिंह धुर्वे को नहीं है या फिर उनके द्वारा जानबूझ कर चुप्पी साध रखी है इस पर भी कमिश्नर एवं कलेक्टर शहडोल को ध्यान देना चाहिये जिससे लाखो रूपये के खनिज के अवैध वसूली जो फाइलो मे दफन हो रही है उससे पर्दा हट सके और उसकी वसूली हो सके।
इनका कहना है –
आप मुझे दिखाइए मेरे संज्ञान मे अभी तक आया नहीं है ऐसा नहीं है वो अपील मे गयी होगी या फिर यंही पड़ी होगी आप भेजिए दिखवाता हूँ।
नारेन्द्र सिंह धुर्वे
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ब्योहारी