घोड़ी (जुए )का संचालन केंद्र बना बगवार संगमा एवं धनपुरी क्षेत्र

थाना प्रभारी के नाक के नीचे हो रहा जुआ के फड़ का संचालन

इंट्रो :- शहडोल एवं अनूपपुर स्थित बॉर्डर क्षेत्र धनपुरी के जुआरियों और सटोरियों धनपुरी छेत्र खूब जम रहा है । तभी तो थाना के अंतर्गत बगवार संगम साइडिंग बीट प्रभारी की मिली भगत से घोड़ी (जुआ) के फड का संचालन बेखौफ होकर किया जाता है।थाना क्षेत्र में सटोरियों और जुआरियों को खाकी का साथ खूब भा रहा है तभी तो संभाग भर के सारे जुआरी धनपुरी थाना के इर्द-गिर्द फड में अपनी किस्मत आजमाते नजर आते हैं।

धनपुरी | इन दिनों जिले में पुलिस के नाक के नीचे ही कोईलांचल का सबसे बडा घोड़ी (जुआ) का संचालन किया जा रहा है सूत्रों के मुताबिक धनपुरी क्षेत्र में इन दिनों अवैध कारोबार जम कर फल फूलरहा है। सूत्रों के मुताबिक थाना अंतर्गत संगम साइडिंग, बगवार पंख घर के पास, बगवार- खैरहा मार्ग स्थित राइस मिल के सामने जंगल में जगहों पर धनपुरी क्षेत्र के चर्चित जुआ संचालकों द्वारा अलग अलग दिन जगह बदल कर घोड़ी (जुए) का संचालन किया जा रहा है। क्षेत्र में युवाओ की टीम बना कर आधा सैकड़ा से अधिक लोगों के साथ मिलकर थाना क्षेत्र में हर दिन अलग-अलग जगह पर फड का संचालन किया जाता है ।

इलू एवं जाकिर अपने गुर्गों के साथ कर रहा थाना क्षेत्र में घोड़ी का संचालन

मिली जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र अंतर्गत होने वाले अवैध कारोबार में प्रभारी की मौन सहमति ने इन अवैध कारोबारियों के मनोबल को दिन दोगुना रात चौगुना बढ़ाया है। ताज्जुब की बात यह है कि इतने बड़े घोड़ी जुआ संचालन के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है जो की संदेह के घेरे में आता है। क्षेत्र में एलू ,लवली, राजा, जाकिर ,मुन्ना द्वारा बेखौफ होकर जुए का संचालन किया जाता है। जाकिर जुआ के अलावा सट्टे के अवैध कारोबार में भी संलिप्त रहा है

लग रहे लाखों का दाव

जिले के धनपुरी थाना अंतर्गत जगह बदल बदल कर जुए की फड़ का संचालन किया जा रहा है जिसमें ग्राम बगवार, सगवा साइडिंग नीलकंठ मंदिर के सामने जंगलों में में इन दिनों बृहद रूप में घोड़ी जुए के फड का संचालन किया जाता है जोकि लगातार देर रात्रि तक अनवरत चलता है। जिसमें शहडोल ,धनपुरी बुढार, खैरह और धनपुरी नंबर 3 ,अमरा डंडी से भी जुआरी का आना जाना बना रहता है । जुए के फड् में बाहरी खिलाड़ी जमकर भाग लेते हैं जिसमें प्रतिदिन लाखों का दाव लगाया जाता है और कई युवाओं की जेब खाली तो कईयों को बेघर कर दिया जाता है बताया जाता है कि इस फल में मोबाइल गाड़ी के साथ घर के कागजात भी गिरवी रखे जाते हैं जिसके बदले में 15 परसेंट पर ब्याज देकर पैसे उधारी दिए जाते हैं।

लंबे समय से जुड़े पकड़ने पर नाकाम रही पुलिस

जुए का संचालन बड़े पैमाने में किया जा रहा है लेकिन पुलिस द्वारा छोटे खिलाड़ियों को पकड़कर अपना कोटा तो पूरा कर लेती है लेकिन जुए के बड़े फडों पर पुलिस की दबिश नहीं हो पा रही है जिस कारण से जुआरियों के हौसले बुलंद है, क्षेत्र पर जुए का संचालन बेखौफ होकर किया जा रहा है जुए के संचालन की जानकारी थाने के मुखिया को सही समय पर नहीं मिल पा रही है जिसका कारण है कि फड़के संचालकों द्वारा कुछ कांस्टेबलों को महीना वा हफ्ता देकर पुलिस की हर मूवमेंट की जानकारी संचालकों तक पहचान पहुंचाने का कार्य करवा रहे हैं जिससे कि थाना से प्रभारी के निकलते हैं जुवानी अलर्ट होकर फड का संचालन बंद कर देते हैं।

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