उत्सव की तरह मनाए वन महोत्सव”, पौधरोपण के साथ -साथ उसके रखवाली का भी उठाएं जिम्मा

दैनिक समाज जागरण मुन्ना पासवान ब्यूरो चीफ नालंदा (बिहार शरीफ)

नालंदा जिले के राजगीर नगर क्षेत्रान्तर्गत वार्ड नम्बर-18 के मध्य विद्यालय महादेवपुर के प्रांगण में वन महोत्सव को लेकर किया गया पौधरोपण ।
इस मौके पर डिग्री कॉलेज राजगीर के कार्यक्रम पदाधिकारी सह कुलानुशासक डॉ कामना ने कहा कि वन जीवन है। इसांन को यदि इस धरती पर जीवित रहना है तो उसे सांस लेने की जरुरत है ,यदि सांस लेने में ऑक्सीजन नहीं होगी तो हम जीवित भी नहीं होंगे। जिस तरह से रहना, खाना, पीना, सोना जरुरी है वैसे ही सांस लेना भी अति आवश्यक है। सांस लेने का एकमात्र जरिया है वो है वृक्ष। यदि वृक्ष नहीं होगें तो हम ताजा सांस नहीं ले सकते, हमें जरुरी तत्वों की प्राप्ति नहीं होगी। देखा जाए तो जिंदगी का पर्याय ही वृक्ष हैं। इन्हीं वृक्षों को बचाए रखने के लिए भारत में प्रतिवर्ष जुलाई माह के पहले सप्ताह को वन महोत्सव के रुप में मनाया जाता है। पूरे 1 सप्ताह तक चलने वाले इस महोत्सव का उद्देश्य मनुष्यों को वृक्षों के प्रति जागरुक करना है, उनकी महत्वता बताना है। तब से लेकर आज तक प्रतिवर्ष वृक्षों की महत्वता को ध्यान में रखते हुए वृक्ष महोत्सव जुलाई महीने में मनाया जाता है ।
उन्होंने कहा कि सभी मनुष्य को इस मुहिम को सफल बनाने के लिए आगे आना चाहिए और हर इंसान को एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए ।
मध्य विद्यालय महादेवपुर के प्रधानाध्यापक सुरेंद्र प्रसाद ने कहा एक पेड़ सौ पुत्र के सामान है ,माकूल वातावरण के लिए पेड़ लगाना जरूरी ।
वहीं कार्यक्रम संयोजक अनुपम कुमार ने कहा कि आज हम सभी को पेड़ों के प्रति जागरुक होने की आवश्यकता है। यह पेड़ हमसे कुछ लेते नहीं है बल्कि हमें एक नया जीवन देते हैं। साथ ही जरूरी यह भी जरूरी है कि जो पेड़ लगा रहे हैं तो उस पेड़ की सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी होगी ,जिस तरह एक छोटे बच्चे को उसके माता पिता जैसे ध्यान रखते है ठीक उसी तरह पेड़ो को भी देखभाल करनी होगी ।
इसी को मद्देनजर रखते हुए हमने पेड़ के साथ -साथ उनकी सुरक्षा हेतु सुरक्षा घेरे का भी इंतेजाम किया है पेड़ के चारों तरफ बांस की फट्टी से घिरा बॉक्स भी स्थापित किया गया है जिससे कि पेड़ सुरक्षित रहे । पूरे देश में वन महोत्सव के जरिए विलुप्त हुए वनों को फिर से बनाए रखने के लिए वनीकरण अभियान शुरू किए गए हैं। मनुष्य के लालच ने आज वनों का एक बड़ा हिस्सा समाप्त कर दिया है। ‘वन महोत्सव’ का त्योहार पर्यावरण को बचाने के लिए एक सुंदर पहल है, जिसके लिए हमें बहुत कुछ करना चाहिए है। उन्होंने कहा कि आमजनों के सहयोग से वन महोत्सव को उत्सव की तरह मनाएंगे कोसिस रहेगी कि राजगीर के सभी शिक्षण संस्थानों में 1 पेड़ सुरक्षा कवच के साथ जरूर लगाया जाए ।
राज्य सरकारें और नागरिक निकाय स्कूलों, कॉलेजों और अकादमिक संस्थानों, गैर सरकारी संगठनों के जरिए भी आज पेड़ों को एक बार फिर से बचाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में हमारा भी यह कर्तव्य बनता है कि हम भी वृक्षों को बचाने और लगाने के लिए अपनी-अपनी भूमिका अदा करें।
इस अवसर पर धर्मेंद्र कुमार, सरिता कुमारी, निक्की कुमारी, कुणाल प्रियदर्शी, विक्की कुमार, गोलू कुमार, राजीव कुमार,शुभम कुमार, रामायण कुमार, सौरभ कुमार, निभात कुमार,अनुपम कुमार डॉक्टर कामना आदि मौजूद थे।