कांग्रेस अपनी गलतियों का ठीकरा फोड़ रही भाजपा पर

आत्म चिंतन कर सुधरने की जरूरत

उमरिया —उमरिया जिले में पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के दौरे कार्य क्रम में हुई गुटबाजी जो हर एक आम आदमी के जेहन में कांग्रेस के कार्य शैली के लिए चुभन पैदा कर दी , उसे सहसा स्वीकार करते हुए कांग्रेस की जिला के बागडोर संभालने वाले नेताओं की मंशा होनी चाहिए थी,की चूक हुई है आगे से इसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। इस आत्म विश्लेषण की बजाय वह भाजपा के ऊपर ठीकरा फोड़ते नजर आ रही है , जो कि कदापि उचित नहीं कहा जा सकता । विदित होवे कि पिछले दिनों प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जी का कार्यक्रम मंडला डिण्डौरी, अनूपपुर शहडोल होते हुए दमोह जा रहें थे उनका यह कार्यक्रम संगठन को क्रियाशील बनाने की दृष्टि से रखा गया था । इस दौरे में उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मिलकर उन्हें संजीवनी प्रदान करने का काम कर रहे थे । इस बीच उन्होंने घुनघुटी में भी कार्यकर्ताओं से सौहार्दपूर्ण मिलकर उन्हें सांत्वना देते हुए आगे बढ़ रहें थे कि उमरिया जिले का महत्वपूर्ण नगर पाली में हजारों कार्यकर्ताओं ने उनके स्वागत में पलक पांवड़े बिछाकर उनका इंतजार करते रहे, लेकिन उमरिया जिले के कांग्रेस के खेवनहारो को जिनके स्वीकृति से यह स्वागत समारोह आयोजित किया गया था ,राश नहीं आया , जिसकी वजह थी कि घुनघुटी और उमरिया के कार्यक्रमो की पोल न खुल जाए । बताया जाता है कि जिला मुख्यालय में भी मुट्ठी भर लोग ही प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत के लिए इकट्ठे हुए थे, वही पाली में भारी तादाद में एकत्रित कांग्रेस जनों से जिले के खेवनहार कांग्रेसियों को इससे झटका लगता , इसीलिए जान बूझकर पाली नगर में प्रवेश की बजाय रामपुर होकर पगडंडियों होकर प्रदेश अध्यक्ष को निकाल ले गये । जबकि अगर राष्ट्रीय राजमार्ग से पाली पहुंच कर जाते तो कम समय में यात्रा पूरी की जा सकती थी ।
इस घटना से पाली में स्वागत के लिए खड़े कार्यकर्ताओं के लिए बेहद दुखद घटना ने झकझोर कर रख दिया, इस कार्यक्रम को कव्हरेज करने के लिए पहुचा मीडिया ने भी कांग्रेस के इस खबर को प्रमुखता से उठाया, इसके लिए कांग्रेस जनों से और सत्ता पक्ष के नेताओं से मिलकर घटना की प्रतिक्रिया व्यक्त की ।जो था सब आईना के सामने प्रस्तुत कर दिया ।
कांग्रेस के जिले के मठाधीशों को यह खबर नागवार गुजरी और जिला कांग्रेस के प्रवक्ता ने प्रेस रिलीज जारी कर इसे राजनैतिक रंग में रंगने की कोशिश करते हुए इन खबरों को भाजपा की बौखलाहट निरूपित कर दिया कि प्रदेश अध्यक्ष के दौरे से भाजपा में खलबली मची हुई है और वह इस तरह से भ्रमित कर रही है । अगर कांग्रेस प्रवक्ता की बात सही भी मान ली जाये कि भाजपा ऐसा कुछ कर रही है , तो इसके पीछे कुछ धरातल दिखाई नहीं देता । अभी वर्तमान में भाजपा के पास ऐसा कुछ नहीं जिसे उसे कुछ मिलने की या छीनने का भय सता रहा हों ।
कांग्रेस के ओहदे वर नेताओं को बेनकाब करने वाली यह घटना एक बार फिर से आत्म चिंतन कर अपने कार्य शैली में सुधार करने की जरूरत महसूस कर दी है ,न कि इस मुगालते में रहें कि प्रदेश अध्यक्ष के दौरे से भाजपा बौखला गई है । अगर भाजपा बौखलायी होती तो मंडला, डिण्डौरी, अनूपपुर और शहडोल से भी उसकी प्रतिक्रिया आती । अतः बेहतर होगा कि अपनी नाकामी को छिपाने के लिए पाली के कांग्रेस जनों और भाजपा को मोहरा बनाये, अपितु इस तरह की गलतियों के पुनरावृत्ति पर रोक लगाने की पहल करें ताकि कांग्रेस जनों का हौसला अफजाई की जा सके।

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