महागठबंधन में सीट बंटवारे पर फंसा पेच, कन्हैया और तारिक अनवर को टिकट देना चाहती कांग्रेस

चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा कर दी है साथ ही तारीखों का भी एलान कर दिया है लेकिन बिहार महागठबंधन में अभी तक सीट बंटवारे के बीच राजनीतिक दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई है. कांग्रेस ने बिहार में 11 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना लिया है. इन सीटों में बेगूसराय और कटिहार जैसी लोकसभा सीट भी शामिल है. इन दोनों सीटों को लेकर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच खींचतान लगातार जारी है लेकिन कांग्रेस भी कटिहार और बेगूसराय पर चुनाव लड़ने के लिए अडिग दिख रही है. महागठबंधन में खींचतान की वजह कांग्रेस के दो चेहरे बन रहे. पहला कन्हैया कुमार और दूसरा तारिक अनवर.

इस स्थिति में महागठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग फार्मूला अभी भी चुनौती बनी हुई है. बेगूसराय लोकसभा सीट पर कांग्रेस जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को चुनाव लड़ाना चाहती है. वैसे कन्हैया कुमार यहां से 2019 में भी सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. तब उन्हें बीजेपी की गिरिराज सिंह से मुंह की खानी पड़ी थी. उधर कटिहार लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस में खींचातानी लगातार बनी हुई है. कांग्रेस यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री और आईसीसी के सदस्य तारिक अनवर को चुनाव लड़ना चाहती है, वहीं राष्ट्रीय जनता दल भी कटिहार से अपने पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम को चुनाव लड़ने के मूड में है.

2019 के लोकसभा चुनाव में तारीक अनवर को यहां जदयू के दुलारचंद गोस्वामी से हार का सामना करना पड़ा था. दुलारचंद गोस्वामी ने उन्हें 57 हजार से अधिक मतों से पराजित किया था. बिहार कांग्रेस कमेटी कि शनिवार को हुई बैठक में इन दोनों लोकसभा सीटों पर अपना दावा मजबूत किया और आईसीसी को कैंडिडेट के लिए फाइनल करने के लिए अधिकृत भी कर दिया गया. बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने दावा किया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कम से कम 10 सीटों पर चुनाव लड़ी थी तो ऐसे में इस बार महागठबंधन से कई पार्टियां बाहर हैं तो कांग्रेस के लिए सीटों की अधिक संख्या पर दावेदारी बनती है.

शनिवार को पटना स्थित कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में भाग लेने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी पार्टी बाल्मीकि नगर, मोतीहारी, नवादा, मधुबनी, पूर्णिया, सुपौल, किशनगंज, औरंगाबाद सासाराम और पाटलिपुत्र लोकसभा सीटों पर भी संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की. कांग्रेस को उम्मीद है कि उसे कम से कम 11 सीटें तो मिलेंगी ही. पार्टी द्वारा वाल्मीकि नगर या मधुबनी में से कोई एक सीट आरजेडी से मांगी गई है. कांग्रेस नेता की मानें तो महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फार्मूला अगले एक सप्ताह में तय हो जाने की संभावना है