रंगदारी नही देने पर ब्यवसाई पर अपराधियो ने किया जानलेवा हमला

समाज जागरण पटना जिला संवाददाता:- वेद प्रकाश

पटना/ बिहार के सारण जिले के छपरा शहर में एक व्यवसायी पर रंगदारी नहीं देने के कारण जानलेवा हमला किए जाने की घटना सामने आई है। इस वारदात से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें हमलावरों को व्यवसायी पर बांस और कुदाल से हमला करते हुए देखा जा सकता है। पीड़ित व्यवसायी की पहचान मोना चौक निवासी संजय कुमार गुप्ता के रूप में हुई है। संजय कुमार गुप्ता छपरा शहर में नमकीन और भुजिया का व्यवसाय करते हैं। कुछ समय पहले उन्होंने गढ़खा थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव में अपनी फैक्ट्री के गोदाम के लिए जमीन खरीदी थी। इस जमीन पर निर्माण कार्य शुरू करने के बाद से ही उन्हें स्थानीय दबंगों द्वारा परेशान किया जाने लगा। संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि निर्माण कार्य शुरू होते ही कुछ स्थानीय लोगों ने उनसे पांच लाख रुपये की रंगदारी की मांग की। जब उन्होंने रंगदारी देने से इनकार कर दिया, तो उन लोगों ने निर्माण कार्य में बार-बार बाधा डालनी शुरू कर दी। दबंगई की यह घटना लगातार बढ़ती गई, लेकिन संजय ने डरने की बजाय कानूनी तरीके से काम करने का फैसला किया। घटना वाले दिन संजय अपने कर्मचारियों के साथ निर्माण स्थल पर पहुंचे थे। तभी वहां पहले से घात लगाए बैठे बदमाशों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। हमलावरों ने बांस और कुदाल से संजय कुमार गुप्ता पर हमला किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही गढ़खा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। संजय कुमार गुप्ता ने इस संबंध में गढ़खा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। थाना अध्यक्ष ने बताया कि महमदा गांव से जमीनी विवाद और मारपीट की यह घटना सामने आई है। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है, और दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिल चुका है, जिससे आरोपियों की पहचान की जा रही है। पुलिस का कहना है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। इस घटना के बाद छपरा के व्यापारियों में आक्रोश है। व्यवसायी वर्ग ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है ताकि वे भयमुक्त होकर अपना व्यवसाय चला सकें। यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि बिहार के कुछ इलाकों में रंगदारी और दबंगई जैसी समस्याएं अब भी बनी हुई हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करे, ताकि आम जनता और व्यापारियों में सुरक्षा की भावना बनी रहे।