वीमेंस कॉलेज ,कौशल्या ग्राम, मधेपुरा को अंगीभूत करने की उठी मांग

शिक्षक और छात्राओं ने मुख्यमंत्री से महाविद्यालय को अंगीभूत करने की अपील की

वेतन और सुविधाओं की समस्या पर जताई चिंता

मधेपुरा ।

भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के मुख्यालय स्थित वीमेंस कॉलेज, कौशल्या ग्राम, मधेपुरा के शिक्षक, कर्मचारी और छात्राओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस महाविद्यालय को विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड करने की अपील की है। उनका कहना है कि कॉलेज के अंगीभूत न होने के कारण न केवल शिक्षकों को वेतन नहीं मिल रहा है, बल्कि छात्रों को भी समुचित संसाधन और सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, जो एक शिक्षा संस्थान के लिए आवश्यक हैं।

महाविद्यालय में कार्यरत शिक्षक और कर्मचारियों ने यह मांग उठाई है कि कॉलेज को विश्वविद्यालय से अंगीभूत किया जाए, ताकि वेतन निर्धारण, शिक्षकों की सेवा शर्तें और अन्य सुविधाओं में सुधार हो सके। वे कहते हैं कि बिना वेतन के काम करना एक असामान्य स्थिति है, जो शैक्षिक गुणवत्ता पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।

इस मुद्दे पर महाविद्यालय की छात्राओं ने भी अपनी आवाज उठाई। छात्राओं ने कहा कि वे मुख्यमंत्री की कृपा से उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, लेकिन यह देखना बहुत खेदजनक है कि उनके शिक्षक और महाविद्यालय कर्मचारी बिना किसी आर्थिक सुरक्षा के कार्यरत हैं। छात्राओं का यह भी कहना था कि यदि कॉलेज को अंगीभूत किया जाए तो शिक्षकों को नियमित वेतन और संस्थान को बेहतर संसाधन मिलेंगे, जिससे शैक्षिक वातावरण में सुधार होगा और छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।

महाविद्यालय के शिक्षक और छात्राओं की ओर से प्रोफेसर खुशखुश, प्रोफेसर नीलू कुमारी, प्रोफेसर प्रियंका कुमारी, प्रोफेसर अंकिता कुमारी, प्रोफेसर उपासना कुमारी, प्रोफेसर काजल कुमारी सहित छात्राएं खुशी कुमारी, नेहा कुमारी, आकांक्षा कुमारी, ज्योति कुमारी, अर्पणा कुमारी ने इस मांग को बल दिया और मुख्यमंत्री से प्रगति यात्रा के तहत महाविद्यालय को अंगीभूत करने की मांग की।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह कदम उठाया जाता है, तो न केवल शिक्षकों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि छात्राओं को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का मौका मिलेगा। महाविद्यालय का अंगीभूत होना संस्थान के समग्र विकास के लिए जरूरी है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में न सिर्फ सुधार होगा, बल्कि राज्य के शिक्षा स्तर में भी वृद्धि होगी।

महासंघ और छात्राओं ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि वे इस गंभीर मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई करें, ताकि महाविद्यालय को अंगीभूत कर शिक्षकों और छात्रों की समस्याओं का समाधान किया जा सके और राज्य की शिक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान की जा सके।

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