‘देश के जवानों की कलाइयों पर ओजस्विनी का रक्षासूत्र’*

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*-ओजस्विनी ने 159 सी०आर०पी०एफ कैम्प में सैनिक भाइयों को बांधा रक्षासूत्र*

*-“रक्षा करना सब बहनों की, कहते हैं राखी के धागे।*
*भैया तुमको मिले सफलता,जीवन में सभी तरह की परेशानी दूर हो सकें*

संवाददाता गजेन्द्र कुमार जिला गया बिहार

भाई-बहन के स्नेह भरे रिश्ते का स्मरण कराने वाले पावन त्योहार रक्षाबंधन के तहत अन्तरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद की महिला शाखा ‘ओजस्विनी’ द्वारा ओजस्विनी जिलाध्यक्षा डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी के नेतृत्व में ‘देश के जवानों की कलाइयों पर ओजस्विनी का रक्षासूत्र’ कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके अंतर्गत ओजस्विनी बहनों ने सीआएपीएफ कैम्प, गया में ‘सेन्ट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स’ के 159 बटालियन के जवानों की कलाइयों पर स्नेह एवं शुभकामना भरे रक्षासूत्र बाँधे। कार्यक्रम का शुभारंभ ओजस्विनी अध्यक्षा डॉ. रश्मि ने सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी श्री अवधेश कुमार एवं श्री मुकेश कुमार गुप्ता तथा डिप्टी कमान्डेंट श्री अंबर घोष सहित सभी अधिकारियों तथा जवानों की कलाइयों पर रक्षासूत्र बाँध कर किया। तत्पश्चात डॉ. ज्योति प्रिया, ओजस्विनी की जिला मंत्री अमीषा भारती, उपाध्यक्ष मोनिका कुमारी व सरिता देवी, महामंत्री शिल्पा साहनी, कोषाध्यक्ष प्रतिज्ञा कुमारी के साथ रिया कुमारी, ईशा शेखर, कुमारी जूही, मोना कुमारी, प्रियंका कुमारी, पल्लवी कुमारी, रागिनी कुमारी एवं सृष्टि सिंह आदि ओजस्विनियों ने देश की रक्षा में जुटे सभी सैनिक भाइयों की लंबी उम्र की कामना करते हुए विजय-तिलक लगाकर राखियाँ बाँधीं। ओजस्विनी अध्यक्षा डॉ रश्मि ने देश की सुरक्षा में दिन-रात संलग्न सीआरपीएफ के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि हम और हमारा देश अगर आज सुरक्षित है तथा तमाम विपरीत परिस्थितियों व चुनौतियों के रहते हुए भी निरंतर आगे बढ़ रहा है, तो इसका सबसे पहला श्रेय हमारे तपस्वी तथा कर्तव्यनिष्ठ सैनिक भाइयों को ही जाता है। डॉ. रश्मि ने ओजस्विनी की ओर से देश के वीर जवानों को शत-शत नमन करते हुए अपनी स्वरचित काव्य पंक्तियाँ समर्पित कीं। उन्होंने कहा-“रक्षा करना सब बहनों की, कहते हैं राखी के धागे। भैया तुमको मिले सफलता, जीवन से हर बाधा भागे। राखी के ये धागे रक्षा करेंं तुम्हारी बनकर ढाल, रखना अपनी मातृभूमि का गौरव ऊँचा, उन्नत भाल। सेवा करना सदा देश की, बहनों की अभिलाषा है। परहित हेतु कर्म करना ही जीवन की परिभाषा है।” वहीं डॉ. ज्योति प्रिया ने कहा कि इन रंग-बिरंगी राखियों में हम बहनों की देश के वीर भाइयों के लिए ढेर सारी शुभकामनाएँ और गौरवपूर्ण भावनाएँ निहित हैं। ये भावनाएँ अनमोल हैं। मोनिका ने राखी के इस कार्यक्रम को एक अत्यंत गौरवपूर्ण अहसास ठहराया। अमीषा भारती ने कहा कि पिछले वर्ष भी हम ओजस्विनियों ने सीआरपीएफ कैंप में सैनिक भाइयों को राखियाँ बाँधी थीं, जिसकी मधुर यादें आज फिर से तरोताज़ा हो गयी।

ओजस्विनी द्वारा आयोजित इस रक्षाबंधन समारोह में सीआरपीएफ के अधिकारियों में से रवि कुमार, रतन कुमार पांडेय, प्रेमसिंह, के. प्रसाद, दीपज्योति, देवाशीष बोरा, अशोक पाठक, भागीरथ चौधरी, सुजन बोरा, नयन ज्योति सैकिया, राहुल कुमार यादव, पद्मवीर सिंह, रविप्रकाश वर्मा, देवी सहाय सैनी, राहुल कुमार, उदय सिंह, अमलेंदु पांडेय, सुशील कुमार सिंह, संजय चंद्र, सलमान अशरफ़ आदि के अतिरिक्त सीआरपीएफ के अनेक कॉन्स्टेबलों व जवानों ने ओजस्विनियों से राखियाँ बंँधवायीं। राखियाँ बँधवाते समय सभी सैनिक भावविभोर दिख रहे थे। उन सभी में अनोखी उमंग तथा उत्साह दिखा। ओजस्विनी द्वारा संयोजित रक्षाबंधन के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ‘अन्तरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद’ के विभागाध्यक्ष शशिकांत मिश्र, जिला मंत्री रामबारीक, कार्याध्यक्ष मुक्तामणि, मीडिया प्रभारी अश्विनी कुमार, प्रकाश कुमार गुप्ता आदि का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहा। ओजस्विनी अध्यक्षा ने सीआरपीएफ के सभी अधिकारियों एवं अहिप के सभी सदस्यों के प्रति हार्दिक कृतज्ञता जतायी। ज्ञात हो कि केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल भारत के केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सबसे बड़ा है, जो भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तहत काम करता है। देश तथा समाज में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में इनकी अहम भूमिका है। सीआरपीएफ के वीर जवान पुलिस कार्रवाई में राज्य तथा संघ शासित प्रदेशों की सहायता करते हैं। ये आतंकवाद के प्रबल विरोधी हैं।