नशा मुक्ति कार्यशाला: युवाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा

नेहरू युवा केंद्र मधेपुरा ने नशे की लत और मादक पदार्थों के सेवन पर एक दिवसीय नशा मुक्ति कार्यशाला आयोजित

मधेपुरा।

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के तहत माई भारत की पहल के अंतर्गत, नेहरू युवा केंद्र मधेपुरा ने नशे की लत और मादक पदार्थों के सेवन पर एक दिवसीय नशा मुक्ति कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशीली दवाओं के खतरों से अवगत कराना और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित करना था।

कार्यक्रम का आयोजन स्थल और उद्घाटन

यह कार्यशाला बीएनएमयू के उत्तरी परिसर के विज्ञान भवन में आयोजित की गई। उद्घाटन समारोह में साइंस संकाय के डीन डॉ. अरुण कुमार यादव, आइक्यूएसी के निदेशक डॉ. नरेश कुमार, जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. रंजना कुमारी, जूलॉजी के प्रोफेसर नरेंद्र श्रीवास्तव, और डॉ. अशोक कुमार जैसे गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

वक्ताओं के विचार

डॉ. रंजना कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि युवाओं को नशीली दवाओं के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए और सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में कदम उठाना चाहिए।

डॉ. नरेश कुमार ने नशे की लत को समाज के लिए एक बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि समाज में ऐसे दो प्रकार के लोग होते हैं—एक जो नशे के आदी हैं और दूसरे जो नहीं हैं। उन्होंने जागरूक नागरिकों की जिम्मेदारी का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें नशे के आदी लोगों की मदद करनी चाहिए।

प्रोफेसर नरेंद्र श्रीवास्तव और डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि नशे की आदतों को समाप्त करना जरूरी है, जिससे हमारे युवाओं का भविष्य सुरक्षित रह सके। उन्होंने बताया कि धूम्रपान और अन्य नशीली वस्तुओं का सेवन हमारे स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचाता है।

युवाओं के लिए प्रेरणा

नेहरू युवा केंद्र की जिला युवा अधिकारी हुस्न जहां ने युवाओं से कहा कि नशे की लत केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए नहीं, बल्कि उनके परिवार और समाज के लिए भी एक गंभीर समस्या है। उन्होंने युवाओं को सक्रिय रहने और अच्छे कार्यों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया, ताकि वे नशे की लत से दूर रह सकें।

कार्यक्रम का समापन

कार्यक्रम का संचालन सीनेट सदस्य रंजन यादव ने किया। इस अवसर पर नीतीश सिंह यादव, सौरभ यादव, अंकित आनंद, और विभिन्न युवा क्लबों के सदस्य भी मौजूद थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया और नशीली दवाओं के खतरों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की। सभी ने नशा मुक्ति अभियान को गांव-गांव तक फैलाने का संकल्प लिया।

इस प्रकार, इस कार्यशाला ने नशा मुक्त भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया और युवाओं को स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।