इवीएम के सहारे बसपा को समाप्त करने का हो रहा प्रयास : उमाशंकर सिंह



-बोले बसपा विधायक
-लोकतंत्र में प्रजा के मतों के सम्मान के लिए आवश्यक है बैलेट से मतदान
-जब इवीएम बनाने वाले देश सहित कई ने नकारा तो भारत को भी नकारना चाहिए

शशिकांत ओझा, ब्यूरो चीफ, समाज जागरण

बलिया : इवीएम से चुनाव की परंपरा जब से शुरू हुई है बहुजन समाज पार्टी की सीटें लगातार कम हो रही हैं। बैलेट पेपर से चुनाव होगा तो सीटें बढ़ने लगेंगी। इवीएम के थ्रू बसपा को समाप्त करने की कोशिश हो रही है जिसे हम कामयाब नहीं होने देंगे।
बसपा के इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह ने इवीएम के बहाने सत्ता पर भी निशाना साधा। कहा जिस देश ने इवीएम बनाया वहां चुनाव भी शुरू हुआ। धीरे धीरे कई देशों में इवीएम से चुनाव शुरू हुए। जब यह उठीकी इवीएम में कुछ है तो वह देश पुनः बैलेट पेपर पर आ गए। भारत में भी बात उठ रही है तो निर्वाचन आयोग को भी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। सभी दलों द्वारा आपत्ति किए जाने के बाद भी इवीएम को न हटाया जाना तंत्र की विश्वसनीयता पर सवखल उठाता है। उमाशंकर सिंह से जब पूछा गया कि आप भी इवीएम से ही जीते हैं। इस पर कहा कि मेरे जैसे दो सौ साथी जितते। कहा इवीएम का खेला निराला है। कहा कि यदि इवीएम में मानक तय है बीस हजार से जीतने वाला पांच हजार से जितेगा तो 15 हजार या दस हजार से जितने वाला हखर जाएगा। विधायक ने कहा कि निर्वाचन आयोग और सुप्रीम कोर्ट में बसपा अपने मुहिम पर लगी है।