सुबह के समय आए घने कोहरे ने रोकी जीवन की रफ्तार* अलाव और चाय बना सहारा


रंजीत तिवारी रामेश्वर वाराणसी
बुधवार को सुबह में हाड़ कंपा देने वाली सर्दी और सुबह के समय घने कोहरे ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। शीतलहर में लोग दिन में भी कांपते रहे।रात में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को थाम दिया है। सुबह पड़ने वाले घने कोहरे ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। सुबह के समय आया कोहरा कई घंटे रहा और सूरज भी इसके कारण देर से निकला। दिन में चली शीतलहर की हालत यह है कि आम आदमी दोपहर के समय भी कंपकंपाने को मजबूर है। सर्दी का असर यहां बाजारों के खुलने से लेकर व्यापार तक पर पड़ा है। हालत यह है कि दिन में 11 बजे तक बाजार खुल पा रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों के बाजरों में सर्दी का असर सीधे दिखाई दे रहा था। वही उम्मीद से कम लोग ही घर से बाहर निकल पा रहे है। बाजारों में शाम छह बजे के बाद सन्नाटा छा जाता है। दुकानदार भी जल्द दुकान बंद कर रहे हैं।साथ क्षेत्र के लल्लन तिवारी,संजय पटेल,कल्लू ,फुलजार पटेल,खुदबूद राम,सोमारू,पप्पू,राम जी राम,किसानों ने बताया यह कोहरे फूल वाले फसल आलू,सरसो,मटर सहित सब्जी और फूल के खेती को प्रभावित किया है।

*अलाव और चाय बना सहारा*
जंसा चौराहों पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों के लिए रात में अलाव ही सहारा बने हैं। ठंड इतनी अधिक है कि अलाव न हो तो इनके लिए रात गुजारनी मुश्किल है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाली चाय की दुकानें भी यहां रात में आने वाले लोगों के लिए एक बड़ा सहारा है।