राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने महाबोधि मंदिर परिसर में आयोजित 2568 वें बुद्ध जयंती पर किया वार्षिक पत्रिका प्रज्ञा का विमोचन

प्रज्ञा में छपी है डॉ. सुधांशु शेखर का भी आलेख ‘दलितों की दीक्षा : संदर्भ बौद्ध धर्म’

बोधगया/मधेपुरा।

बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा महाबोधि मंदिर परिसर में आयोजित 2568 वें बुद्ध जयंती समारोह के अवसर पर वार्षिक पत्रिका प्रज्ञा का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि युद्ध की ओर अग्रसर आज के विश्व में भगवान बुद्ध के शांति, अहिंसा, करुणा, मैत्री एवं प्रेम के संदेश की प्रासंगिकता काफी बढ़ गई है। इसके व्यापक प्रसार- प्रसार की आवश्यकता है।

ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि प्रज्ञा में उनका भी आलेख ‘दलितों की दीक्षा : संदर्भ बौद्ध धर्म’ प्रकाशित है। इसके लिए उन्होंने समिति के सभी सदस्यों और विशेष रूप से पत्रिका के संपादक मंडल के प्रति आभार व्यक्त किया है।

उन्होंने बताया कि संपादक मंडल में भिखू चालिन्द, डॉ. महाश्वेता महेश्वरी, प्रो. कुसुम कुमारी, कैलाश प्रसाद एवं किरण लामा शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि पत्रिका में पहला आलेख बौद्ध सम्मत सारूप्यवाद की प्रमाणमीमांसीय दृष्टि और साधनापरक मूल्य सुप्रसिद्ध दार्शनिक डॉ. अम्बिकादत्त शर्मा का और दूसरा आलेख थाईलैंड की धम्मयात्रा (22-26 फरवरी 2024) प्रो. राजेश रंजन का है। तीसरा आलेख दलितों की दीक्षा संदर्भ बौद्ध धर्म उनका है। इसमें डॉ. नीरज गणेश बोधी, प्रो. सरोज चौधरी वाणी, डॉ. धर्मेन्द्र कुमार, डॉ. भिक्षु मनोज, डॉ. शत्रुघन दांगी,डॉ. दिलीप कुमार, विवेक कुमार आदि के आलेख भी प्रकाशित हुआ है।