दैनिक समाज जागरण अनील कुमार संवाददाता नबीनगर (औरंगाबाद)
नबीनगर (बिहार) 25 मार्च 2024 रविवार को रात्रि 11.10 बजे नबीनगर पुनपुन नदी छठ घाट के समीप पूरे विधि विधान से होलिका दहन किया गया। होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।पौराणिक कथा के अनुसार भक्त प्रह्लाद राक्षस कुल मे जन्म लेकर भी भगवान विष्णु का भक्त था।उसके पिता राक्षस राज हिरण्यकश्यप इससे रंज होकर प्रह्लाद को मारने का कई प्रयास किया परंतु प्रह्लाद के विष्णु भक्ति के आगे उसकी एक न चली अंत मे उसने होलिका के साथ जलती चिता पर बैठाया लेकिन प्रह्लाद ने विष्णु को अह्वाह्न किया और होलिका की अग्नि निरोधी वस्त्र उड़कर प्रह्लाद के ऊपर आ गया जिससे प्रह्लाद जलने से बच गया और होलिका जल गई।तब से बुराई के प्रतीक के रूप में होलिका दहन का त्योहार मनाया जाने लगा। इस वर्ष होलिका दहन का मुहूर्त रविवार को रात्रि 10.28 के बाद बन रहा था। होलिका दहन पूर्णिमा के दिन जिसमे भद्रा नक्षत्र नही हो मनाया जाता है। होलिका दहन के समय बड़ी संख्या मे लोग बच्चे सहित होलिका दहन को देखने आए। मौके पर सुरक्षा के मद्देनजर थानाध्यक्ष मनोज कुमार पाण्डेय, एस आई नरेंद्र कुमार दल बल सहित मोजूद थे।