समाज जागरण मनोजकुमाएसाह
गोड्डा
: मेहरमा प्रखंडके अंतर्राज्यीय सीमा पर स्थित महर्षी मेंहीं योगाश्रम मुरली पहाड़ी में बुधवार को एकदिवसीय वाषिक सत्संग का आयोजन किया गया। महर्षि मेंही आश्रम कुप्पाघाट से आए स्वामी नरेशानंद बाबा ने कहा की 84 लाख योनि में मानव योनि सबसे श्रेष्ठ यानी है। कहा कि मानव को शरीर मिला है। ईश्वर की भक्ति करने के लिए।मनुष्य को हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए, पाप से बचना चाहिए। झूठा नहीं बोलना चाहिए। हिंसा नहीं करना चाहिए। शराब नहीं पीना चाहिए इस दौरान शाकाहारी बनने पर विशेष बल दिया। कहा कि जहां सत्संग होता है। वहां ईश्वर का वास होता है। सत्संग सुनने से मन शुद्ध और आत्मा पवित्र हो जाता है। कहा की जिस प्रकार अग्नि में लोहा देने से उसका जंक साफ हो जाता है।ठीक उसी प्रकार सत्संग में बैठने मात्र से लोगों के सारे पाप धुल जाते हैं। मिश्री बाबा उर्फ सतानंद,मुन्ना बाबा आदि ने भी ईश्वर की महिमा का बखान किया। इस अवसर पर दर्जनों श्रद्धालु उपस्थित थे।कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष परमानंद केजरीवाल, गुरुदेव साह, प्रोफेसर सुदामा महतो, विवेकानंद, सच्चिदानंद, अमित कुमार, बबलू साह, विक्रम कुमार, चंदन मंडल, कोषाध्यक्ष मुकेश आजाद, मणिलाल मंडल, अभिनंदन यादव आदि की भुमिका सराहनीय रही।इस दौरान गरीब, असहाय और जरूरतमंदों के बीच कंबल का वितरण किया गया साथ ही भंडारा का भी आयोजन किया गया।