प्रदेश के चर्चित माफियाओं ने अनूपपुर को बनाया गढ़, बकही और देवहरा से अवैध कोयला खनन

तो क्या माफियाओं पर लगाम कसने में असफल अनूपपुर पुलिस,

प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के सागर और जबलपुर से माफिया अनूपपुर पहुंच कर अपना साम्राज्य जमा चुके हैं । चर्चित माफियाओं ने पहले बिजुरी को निशाना बनाया और जब ईमानदार कप्तान ने की कार्यवाही तो स्वयं का ठिकाना बदलकर मनेंद्रगढ़ और अनूपपुर की सीमा जिला अनूपपुर बकही और चचाई थाना क्षेत्र अंतर्गत देवहरा में अवैध कोयले का कारोबार प्रारंभ किया, माफियाओं को बेशक कार्यवाही का डर है किंतु उन्हें स्थानीय पुलिस का संरक्षण भी प्राप्त है.. यही कारण है कि अब तक एक दर्जन से ज्यादा हाईवा कोयले का अवैध उत्खनन बकही देवहरा, रामपुर से हो चुका है। जबलपुर एवं सागर के नामचीन माफिया ऊपर की सेटिंग बताकर अनूपपुर में माफिया राज कायम करने को उतारू है, सूत्र बताते हैं कि अतीक महमुदुल और बुंदेलखंड के कथित दादा भाई सहित कई नाम ऐसे हैं जो बड़े पैमाने पर केजीएफ की तर्ज पर अनूपपुर में कोयला खनन करना चाहते हैं पहले मुख्यालय के एक नामचीन होटल को कथित माफियाओं ने अपना ठिकाना बनाया था बाद उसके जब दाल नहीं गली और कप्तान ने धरपकड़ के आदेश दिए तो कथित जबलपुरिया चाचा अतीक और उसके आकाओं नेअपना अड्डा बदलकर छत्तीसगढ़ के महेंद्रगढ़ को गढ़ बनाया, बिजुरी के कोठी में भी नहीं गली तो माफियाओं ने बकही, रामपुर, खाड़ा और चचाई, देवहरा में अपनी सल्तनत कायम करने शहडोल के माफियाओं को इकट्ठा कर अपराधी गुंडा प्रवृत्ति को लोगों को कोयला खनन करवाने परिवहन करने की जिम्मेदारी सौंप दी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहडोल केएक सेटिंगबाज पुलिसकर्मी ने अपनी सेटिंग का इस्तेमाल करते हुए अनूपपुर जिले को टेकओवर करने के उद्देश्य से जबलपुर के माफिया को पहले तो शहडोल का रास्ता दिखाया फिर शहडोल में दाल न गलने पर अनूपपुर के पुराने कोल कारोबारी को सामने कर 15 लाख का इन्वेस्टमेंट कर कर अनूपपुर में काम शुरू कराया कथित पुलिस कर्मों की विभागीय डायरी इस प्रकार के कई कांड से भरी पड़ी है लेकिन फिर भी कथित कमी के हौसले बुलंद है, 15 लाख के इन्वेस्टमेंट से अनूपपुर जिले में जमकर बंदरबांट किया गया कई खदानें अवैध रूप से संचालित करने के लिए खोली गई और अब स्थानीय माफियाओं को बढ़ावा देकर बड़े स्तर पर सेटिंग बनाकर खाकी की साख को दाव पर लगाया जा रहा है।

महानगरों से पहुंचे माफिया

बहुचर्चित कवाड़ माफिया महमुदुल ने अपने गुर्गे अतीक को अनूपपुर की कमान सौंप और परदे के पीछे से रहकर पूरे काम की निगरानी करने लगा वह आसपास के अन्य स्थानों के कुछ दादा भाइयों के नाम भी चर्चे पर निकाल कर सामने आये, छतरपुर की सेटिंग बता कर पहले प्रभारी मंत्री को बदनाम करने की कोशिश की गई, बाद इसके भोपाल और उज्जैन स्तर पर भी सेटिंग के दम भरने की चर्चा सुर्खियों में रही लेकिन ईमानदार कप्तान के सामने दाल न गलने पर बकही, देवहरा को गढ़ बनाने में कथित माफिया उतारू है इन माफियाओं ने देवहरा और बकही में स्थानीय कोल माफिया को बढ़ावा देने का काम शुरू किया है जिनके माध्यम से खनन परिवहन कराया जा रहा है।

17 हाईवा अवैध कोल खनन

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कथित माफियाओं ने बकही और देवहरा से अब तक 17 हाईवे अवैध कोल का खनन कराकर अनूपपुर के रास्ते बिलासपुर रवाना किया है यही नहीं जबलपुर का कथित चौबे भानु के साथ मिल टीपी कागज उपलब्ध कराने की चर्चा भी सामने आई है.. कथित राहुल और भानू भी इस खेल के पुराने खिलाड़ी बताए जा रहे हैं हालांकि उनके खुद के काण्ड की शिकायत शहडोल के कई विभागों में हो चुकी है बाद इसके इन्होंने अनूपपुर को अपना गढ़ बनाया है और अब बड़े पैमाने पर अनूपपुर से केजीएफ की तर्ज पर बिलासपुर माल पहुंचाने की तैयारी है और अपने ही प्लाट से कोयले की टीपी भी कथित माफिया दे रहे हैं।

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