बांधवगढ नेशनल पार्क के बफरजोन मे हो रहा रेत का अवैध खनन

10 रुपए के नोट मे दे रहे 4 हजार रुपए की रेत का पिट-पास

कटनी ।जिले मे रेत माफिया नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए बेखौफ होकर रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन कर रहे हैं ताजा मामला बरही तहसील क्षेत्र के जाजागढ से सामने आया है। बताया गया है कि बांधवगढ़ नेशनल पार्क बफर जोन एरिया से निकलने वाली जीवन दायनी पिपही नदी मे बगैर अनुमति रेत का उत्खनन वर्षों से चल रहा है। गांव के दौलत मिश्रा,बहादुर सिंह,रमेश सिंह,राम कृपाल सिंह,पवन चौधरी,गणेश मिश्रा,कुंजी सिंह,पंकज सिंह,ने बताया कि बांधवगढ नेशनल पार्क के सीमा क्षेत्र से निकलने वाली नदी से रेत का अवैध उत्खनन धनलक्ष्मी मर्चेंट प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है। मनमाने तरीके से नदी के बीच धार से रेत निकाली जा रही है और बाजार मे महंगी दाम पर बेची जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि रेत माफिया बगैर अनुमति लगभग एक साल से रेत का अवैध उत्खनन कर नदी के अस्तित्व को खत्म कर दिए है एक ओर जहां नदी खाई मे तब्दील हो गई है वहीं जलीय जीव नष्ट हो गए है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां एनजीटी के निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है लेकिन राजस्व माइनिंग पुलिस वन विभाग के जिम्मेदार रेत के अवैध उत्खनन पर रोक लगाने में नाकाम है।

10 रुपए के नोट मे दे रहे 4 हजार रुपए रेत का पिट-पास

जाजागढ के पिपही नदी से रेत बगैर अनुमति रेत निकाल रहे हैं और शासन को राजस्व का चूना लगा रहे है। बताया गया है कि यहां बरसात के पहले जमकर रेत निकाली गई बडे स्तर पर दोहन कर भारी वाहनों से परिवहन किया गया जिसमे शासन को करोड़ रुपए का राजस्व को चूना लगाया गया। वहीं जाजागढ़ की पिपही नदी में ट्रैक्टर के माध्यम से रेत निकाल कर आसपास एरिया 5 से 6 हजार रुपए में बेचते है जिसे आम आदमी खरीदने के लिए परेशान होता है वहीं रेत माफिया प्रति ट्रैक्टर के हिसाब से 4000 का पिट-पास 10 रुपए के नोट मे देकर शासन को राजस्व का खुलेआम चूना लगा रहे है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है जिससे रेत माफियाओं के हौंसले बुलंद है।

शिकायत व विरोध करने पर मिल रही जेल भेजने की धमकी

जाजागढ गांव के दर्जनों लोगों ने मीडिया के सामने दबी जुबान ने बताया कि यहां धनलक्ष्मी ठेकेदार के गुर्गे वाहनों में आकर गांव के अंदर गुंडागर्दी करते हैं रेत के अवैध उत्खनन की शिकायत व विरोध करने पर गांव के लोगों के साथ मारपीट कर जेल भेजने की धमकी देते हैं। गांव के दौलत मिश्रा गणेश मिश्रा ने बताया कि कई लोगों के ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं रेत माफिया के बाहरी गुंडे गांव में आकर दहशत फैलाते हैं थाना व तहसील में शिकायत करने के बावजूद कोई कार्यवाई नहीं होती जिससे रेत माफिया व उनके गुर्गों के हौसले बुलंद है।

रेत वाहनों की धमा चौकड़ी से लोग परेशान

जाजागढ़ के पिपही नदी से रात दिन ट्रैक्टर वाहन रेत लेकर बस्ती के अंदर से निकलते हैं छोटे-छोटे बच्चे स्कूल के सामने व बस्ती में खेलते रहते हैं जिनसे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है पूर्व में कई लोग रेत भरे वाहन से दुर्घटना का शिकार हो गए वहीं आए दिन लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे है बावजूद इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है वहीं वाहनों की धमा चौकड़ी को बंद करने पर लोगों को तरह तरह की धमकी मिल रही है।

जंगली जानवरों पर पढ़ रहा पूरा असर

बांधवगढ़ नेशनल पार्क से सटे बफर जोन एरिया जाजागढ की पिपही नदी के आसपास एरिया बड़ी संख्या मे जंगली जानवरों का मूवमेंट बना रहता है रेत भरे वाहनों की धमाचौकड़ी के कारण जंगली जानवरों पर बुरा असर पड़ता है जंगल छोड़ बस्ती की ओर पहुंच जाते हैं जिससे उनके जीवन पर खतरा मंडरा रहा है। गांव के बहादुर सिंह ने बताया कि लगभग एक महीने से गांव के समीप बाघ का मूवमेंट बना है रेत भरे वाहनों के धमाचौकड़ी के कारण जंगली जानवर गांव के समीप पहुंच जाते है जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना है।

जान जोखिम में डालकर निकाल रहे रेत

जाजागढ़ के पिपही नदी में रेत निकालने के लिए मजदूर अपनी जान हथेली में रखकर काम करते हैं नदी के अंदर ट्रैक्टर का स्टंट करते हुए वीडियो सामने आया है जिसमें ट्रैक्टर में रेत भरकर नदी से बाहर निकालने के लिए ट्रैक्टर के बोनट पर बैठकर बाहर निकाला जाता है ऐसे में कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है जरा सी चूक होने पर लोगों की जान भी जा सकती है लेकिन इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बताया कि गांव के बेरोजगार युवक पैसों के लालच में काम करते हैं वही काम के दौरान नाबालिक बच्चे ट्रैक्टर में रेत भरते दिखे हैं।

इनका कहना है

पटवारी को भेज कर मौके पर जांच कराते हुए रिपोर्ट मंगाई जाएगी। माइनिंग अधिकारी को रिपोर्ट भेजकर आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र भेजा जाएगा। अवैध खनन पर कार्रवाई की जाएगी।

नीतिन पटेल, तहसीलदार बरही

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