आगरा की लोकसभा सीटों पर, आगरा में 54 प्रतिशत और फतेहपुर सीकरी में 57.2 प्रतिशत मतदान

आगरा। जिले की दोनों लोकसभा सीटों पर मतदान में गिरावट दर्ज की गई। वर्ष 2019 के मुकाबले पांच प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। जबकि फतेहपुर सीकरी सीट पर भी वर्ष 2019 के मुकाबले चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। आगरा सुरक्षित सीट पर आज मंगलवार की शाम छह बजे मतदान समाप्त होने तक 54 प्रतिशत वोट पड़े, जबकि फतेहपुर सीकरी सीट पर 57.2 प्रतिशत मतदान हुआ। वर्ष 2019 में आगरा सीट पर 59.60 फीसद और फतेहपुर सीकरी पर 61.16 फीसद मतदान हुआ था। कम मतदान ने प्रत्याशियों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ा दी हैं। खास तौर पर फतेहपुर सीकरी सीट को लेकर कांटे का संघर्ष लग रहा है। कुछ राजनीतिक विश्लेषक उलटफेर वाले परिणाम की आशंका जता रहे हैं। जिला सूचना कार्यालय द्वारा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आगरा सुरक्षित सीट के एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र में 58.94, आगरा कैंट में 48.02, आगरा दक्षिण में 51.78, आगरा उत्तर में 51.19 और जलेसर 63.24 प्रतिशत मतदान हुआ। इस संसदीय सीट पर कुल मतदान 54 प्रतिशत दर्ज किया गया। इसी प्रकार लोक सभा क्षेत्र फतेहपुर सीकरी के आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में 56.77, फतेहपुर सीकरी में 62.01, खेरागढ़ में 59.08, फतेहाबाद 59.71 और बाह 48.68 प्रतिशत वोट पड़े। इस संसदीय सीट पर कुल मतदान 57.2 प्रतिशत रहा। आंकड़ों के हिसाब से आगरा सुरक्षित सीट पर जलेसर में सर्वाधिक और आगरा छावनी क्षेत्र में सबसे कम मतदान हुआ। इसी प्रकार फतेहपुर सीकरी सीट पर फतेहपुर सीकरी विधान सभा क्षेत्र में सर्वाधिक और आगरा ग्रामीण क्षेत्र में सबसे कम वोट पड़े। वहीं कुछ बहुत ज्यादा उलटफेर की आशंका से इंकार कर रहे हैं। फिलहाल प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद हो चुका है। परिणाम किस के पक्ष में रहते हैं, यह चार जून को मतगणना के दिन ही पता चलेगा।

9.53 लाख से अधिक लोगों ने नहीं किया वोट

आगरा सुरक्षित लोकसभा सीट पर 20.72 लाख मतदाता है। शाम 6 बजे तक 54 प्रतिशत लोगों ने ही मतदान किया। इस हिसाब से आगरा में 11.18 लाख से कुछ अधिक वोट ही पड़े है जबकि 9.53 लाख से अधिक लोगों ने अपना वोट नहीं डाला।

2019 में इतना हुआ था मतदान

2019 लोकसभा चुनाव में आगरा सुरक्षित सीट पर 59.60 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार 2024 लोकसभा चुनाव में आगरा सुरक्षित सीट पर 54 प्रतिशत मतदान हुआ है यानी पिछले बार की तुलना में 5.60 प्रतिशत मतदान कम हुआ है।

प्रमोद कुशवाह कि रिपोर्ट