सदर संवाददाता अल्ताफ़ कादरी। समाज जागरण
सोनभद्र। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज सोनभद्र में चल रहे ईपेंस 2025 के दूसरे दिन तकनीकी सत्रों ने शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकों की गहरी समझ प्रदान की। इस दिन डिस्ट्रिब्यूटेड कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन तकनीक और मल्टीमीडिया सुरक्षा जैसे अत्याधुनिक विषयों पर विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए, जिनमें छात्रों की विशेष भागीदारी देखने को मिली।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. अंशुल वर्मा (बीएचयू, वाराणसी) के व्याख्यान से हुई, जिसमें उन्होंने “डिस्ट्रिब्यूटेड कंप्यूटिंग – क्लाउड, फॉग और एज” के विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने इन तकनीकों के व्यावहारिक अनुप्रयोग और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की, जिससे प्रतिभागियों को आधुनिक कंप्यूटिंग संरचना को समझने का अवसर मिला।
दूसरे सत्र में डॉ. गौरव बरनवाल (बीएचयू, वाराणसी) ने “ब्लॉकचेन तकनीक और इसके अनुप्रयोग (बिटकॉइन)” पर व्याख्यान दिया। उनका सत्र विशेष रूप से रोचक रहा, क्योंकि छात्रों ने ब्लॉकचेन की कार्यप्रणाली, सुरक्षा पहलुओं और बिटकॉइन के आर्थिक प्रभावों को लेकर गहरी रुचि दिखाई। प्रश्नोत्तर सत्र में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और बिटकॉइन की भविष्य की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया।
अंतिम सत्र में डॉ. मनैजर यादव (आर.ई.सी. सोनभद्र) ने “विज़ुअल सीक्रेट शेयरिंग के माध्यम से मल्टीमीडिया सुरक्षा” पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने डिजिटल डेटा संरक्षण की नई तकनीकों पर चर्चा की और बताया कि कैसे यह तकनीक संवेदनशील डेटा को सुरक्षित रखने में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।
ईपेंस 2025 का यह सत्र तकनीकी क्षेत्र में उभरते रुझानों को समझने और नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।