बिहार में आतंकवादी हमले को लेकर अलर्ट करते हुए सतर्कता बरतने का निर्देश

समाज जागरण पटना जिला संवाददाता:- वेद प्रकाश

पटना/ हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच बिहार पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। राज्य के सभी जिलों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। विशेषकर नेपाल सीमा से लगे क्षेत्रों पर अतिरिक्त निगरानी रखने को कहा गया है, क्योंकि इन इलाकों से आतंकवादियों के प्रवेश की आशंका जताई जा रही है।पुलिस को इनपुट मिले हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत में अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है। इसके मद्देनज़र अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और चेकिंग को और सघन किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि आतंकी संगठन बिहार में किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
सभी जिलों को भेजे गए निर्देशों में कहा गया है कि मॉल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल, अस्पताल, धार्मिक स्थल जैसे स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जाए। पुलिस को गश्त बढ़ाने और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा गया है। साथ ही सभी प्रमुख स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया जा रहा है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार आतंकी संगठन देश की आंतरिक सुरक्षा को कमजोर करने के लिए राजनीतिक और धार्मिक नेताओं को निशाना बना सकते हैं। इसलिए पटना सहित सभी जिलों में वीआईपी और वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान विशेष सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने विधानसभा, विधान परिषद, सचिवालय, हाई कोर्ट और अन्य प्रमुख सरकारी भवनों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही रेलवे और सड़क पुलों, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और अन्य महत्वपूर्ण ढांचागत संस्थानों की निगरानी के लिए विशेष टीमों को तैनात किया गया है। पुलिस मुख्यालय ने सोशल मीडिया पर चल रही गतिविधियों पर भी विशेष नजर रखने के निर्देश दिए हैं। वीडियो और फोटो जो भय फैलाते हैं या किसी प्रकार की अफवाह को जन्म दे सकते हैं, उन पर तत्काल कार्रवाई करने की बात कही गई है। यदि आवश्यकता पड़ी तो संबंधित जिलों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर सोशल मीडिया पर रोक लगाई जा सकती है। केंद्र सरकार ने 7 मई को देश के कई राज्यों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है, ताकि आम नागरिकों को आतंकी हमले या युद्ध जैसे हालात में सुरक्षित रहने की ट्रेनिंग दी जा सके। हालांकि, बिहार में इस तरह की कोई मॉक ड्रिल होगी या नहीं, इस पर अभी तक स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है। इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे को लेकर सतर्क हैं और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही हैं।

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