जहानाबाद : कुर्मा संस्कृति में क्रिसमस इव की धूम, सैंटा ने दी नसीहत “लगाएं मास्क, कोरोना से बचना पहला टास्क”

दैनिक समाज जागरण जहानाबाद से बरुण कुमार

जहानाबाद : क्रिसमस ही एक ऐसा पर्व है जो धर्म जाति या रंगभेद से परे प्रेम का पर्व है। संत निकोलस जिनके कई नाम हैं।फादर क्रिसमस, सैंटा क्लाऊस, पापा नियोली और भी ढेर सारा। यीशु और सैंटा मिल कर क्रिसमस को बड़ा दिन बना देते हैं.

जोसेफ और मारियम के घर प्रभु यीशु पधारें और उत्सव न हो ऐसा हो नहीं सकता। कुर्मा संस्कृति के क्या बच्चे क्या शिक्षक सभी लाल रंग की सैंटा टोपी लगाए जिंगल बेल जिंगल बेल की धुन पर प्यार और शुभकामनाओं के सन्देश गीत साथ साथ गा रहे थे।

कोरोना की आहट को भांप चुके सैंटा ने सभी बच्चों को टॉफी कैंडीज़ के साथ साथ मास्क भी बाँटे. प्रीप्राइमरी के बच्चों का नृत्य देखते बनता था। कल गाँधी मैदान में नन्हें सैंटा साइकिल रेस में भाग लेंगे।

निदेशक ओम नारायण ने क्रिसमस के अवसर पर अपने शुभकामना सन्देश में प्रेम और भाईचारा को मानवता का मूल आधार बताया।

प्राचार्य डॉ संजय कुमार सिन्हा ने गिरते तापमान और कोरोना की आशंका को ध्यान में रखते हुए मास्क बच्चों की बीच में मास्क का वितरण किया। शिक्षकों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी महती भूमिका निभाई।