कही-पे-निगाहे, तो कही पे निशाना ! राजद को किया खुश तो बीजेपी को दिया बड़ा मुद्दा

बिहार मे सरकारी स्कूलों मे जुमे के दिन यानि (शुक्रवार के दिन) स्कूलों की छुट्टी की घोषणा करने पर जहाँ एक विशेष वर्ग के लोग बेहद खुश है वही दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के इस फैसले को लेकर कई सवाल भी उठाए जा रहे है। लोगों का कहना है कि क्या नीतिश का गेम प्लान आर जे डी के खिलाफ है ? राष्टवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री बिनोदर ओझा ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री अपने राजनीतिक साथी राजद को खुश करने के लिए जो ताना बाना बुन रहे है उसका मै विरोध करता हू और हमे यह भी आशंका है कि कही-न-कही यह राजद को खुश करने के साथ-साथ बीजेपी को चुनावी मुद्दा भी देने मे लगे है।

बताते चले कि पिछले कुछ दिनों से बिहार मे छुट्टियों का मामला लगातार सुर्खियों मे है। इससे पहले भी अचानक से नोटिस निकालकर हिंदू त्योहारों की छुट्टी रद्द कर दिया गया था जिसका भारी विरोध के बाद फिर बहाल करना पड़ा। नीतिश सरकार ने इसके लिए शिक्षा सचिव को जिम्मेदार ठहरा दिया। हालांकि यह भी देखा जा रहा है कि राजद सरकार आने के बाद से ही सरकार लगातार हिंदू विरोदी क्रियाकलाप को लेकर सवालों के घेरे मे रही है। कभी शिक्षा मंत्री के द्वारा रामचिरतमानस पर संदेहास्पद ब्यान देना तो कभी हिंदू त्योहारों पर छुट्टियों को खत्म करना।

सूत्रों का यह भी मानना है कि बिहार के नीतिश

सरकार जानबुझकर यह सब करवा रहे है ताकि हिंदू वोट नाराज होकर बीजेपी के पाले मे चले जाय और फिर नीतिश जी बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना लें। यह भी माना जा रहा है कि बिहार मे सरकार भले ही चल रही हो लेकिन अन्दरखाने सब ठीक नही है। बिहार मे बढ़ते माफिया, हत्या अपहरण और लुटपाट को लेकर मुख्यमंत्री नीतिश कुमार नाराज है। आने वाले समय मे इस छुट्टी को भारतीय जनता पार्टी कितना भूना पायेंगी या नही तो उनका अपना रणनीति और कार्यशैली ही तय करेगी लेकिन माना यह जा रहा है कि इससे अच्छा मौका और मिलने की उम्मीद नही है।