खरसावां शहीदों का बलिदान हमारे लिए आज भी प्रेरणास्रोत : राज्यपाल




दैनिक समाज जागरण ,दयाल लायक ,ब्यूरो चीफ सरायकेला (झारखण्ड) 1 जनवरी 2024

पहली बार शहीद स्थल पर राज्यपाल का पहुंचना गर्व की बात : अर्जुन मुंडा
1 जनवरी 1948 को खरसावां गोलीकांड में शहीद हुए लोगों की शहादत झारखंड राज्य के निर्माण में भुलाया नहीं जा सकता. शहीदों ने प्राणों की आहुति के चलते खरसावां का यह पवित्र शहीद स्थल आज हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है. उक्त बातें आज शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कही. उन्होंने कहा कि शहीदों के बलिदान से हमें आगे बढ़ाने की शक्ति मिलती है. राज्यपाल के साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी शहीद स्मारक पर तेल अर्पित कर शहीदों को नमन किया.

बेहतर राज्य का करना है निर्माण
राज्यपाल ने कहा कि शहीदों की कुर्बानी को याद करते हुए हमें बेहतर राज्य का निर्माण करना है, जहां लोगों में परस्पर मेलभाव भाईचारा बना रहे. हमें मिल-जुलकर विकास के पद पर राज्य को आगे बढ़ाना है. झारखंड प्राकृतिक खनिज संपदा से परिपूर्ण राज्य है. हमें ऐसा प्रयास करना चाहिए कि इन प्राकृतिक संपदाओं का बेहतर तरीके से प्रयोग कर राज्य को विकास की अग्रणी पंक्ति में लाकर खड़ा करें

सैकड़ों लोगों ने प्राणों की आहुति देकर इस स्थल को पवित्र किया : कृषि मंत्री
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि खरसावां के इस पवित्र स्थल पर पहली बार राज्यपाल का आगमन हुआ है, जो हर्ष का विषय है. स्वतंत्र भारत में पहली बार सैकड़ों लोगों ने प्राणों की आहुति देकर इस स्थल को पवित्र कर दिया है. अब यह पूरे राज्य के लिए प्रेरणास्थल के रूप में जाना जाता है. नववर्ष के पहले दिन खरसावां का यह शहीद स्थल आस्था का केंद्र बना रहता है, जहां दूर-दराज से लोग शहीदों को नमन करने पहुंचते हैं. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के साथ रांची के सांसद संजय सेठ, खरसावां के विधायक दशरथ गागराई, पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय भी मौजूद थे.