लाखों लोगों के रक्तदान से ही। भारत गुलामी की जंजीरों से मुक्त हुआ — सरोज त्रिपाठी



समाज जागरण
विश्वनाथ त्रिपाठी

लाखों ने अपने जीवन का विधान दिया ,हमारे रणबांकुरों ने अपने खूनों को पानी की तरह मातृभूमि की आजादी के लिए बहाया तब जाकर देश आजाद हुआ उक्त विचार भारतीय जनता पार्टी की पूर्व उपाध्यक्ष सरोज त्रिपाठी ने आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष मे प्राथमिक पाठशाला गोगौर में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किया |
श्रीमती त्रिपाठी ने बताया कि हमारे नवजवानों को बताया जाता है कि देश अहिंसा के बल पर आजाद हुआ इस्बात को हम मानने के लिए तैयार नहीं है | स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता सुभाष चन्द्रबोस ने ही कहा था तुम हमें खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा | उनके इस उद्घोष के बाद देश का नवजवान आजादी का दीवाना हो गया और जगह जगह देश की आजादी के लिए आन्दोलन उग्र होगया | अंग्रेजों के छक्के छूटने लगे ,अंग्रेज अधिकारी मैदान छोड़ कर भागने लगे | बाद में अंग्रेजों ने दमनकारी चक्र चलाया और राम प्रसाद बिस्मिल ,भगत सिंह , सहित अनेक को फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया ,कितनों का कत्लेआम हुआ , वीर सावरकर जैसे लोगों को कठोर कारावास दिया गया |
यदि हम अपने गौरवशाली इतिहास को पढ़ें और पूर्वजों द्वारा दिए गये वलिदान को समझे डे तभी भारत अपना परम वैभव प्राप्त कर सकेगा |
हम अपने को ईमानदार बनाएं ,भ्रष्टाचार से दूर रह कर दिए ग्रे कार्यों का ईमानदारी से पूर्ण करें | न हम चोरी करे और न ही चोरों का उत्साह वर्धन करें |
इन दिनों पूरे देश में अमृत महोत्सव का कार्य क्रम मनाया जा रहा है | सभी सरकारी गैर सरकारी संस्थानों पर सभी देशवासी मिल कर भारत मां के जयकारे के साथ वंदेमातरम् का उद्घोष कर रहे हैं | कार्य क्रम में विद्यालय के शिक्षकों के अलावा क्षेत्रीय लोग एवं छात्र उपस्थित थे संचालन रंजीत यादव ने किया |