नियमों का उल्लंघन कर कोतमा में फिर लगाई जा रही मीट मांस की खुली दुकान

हाईवे के समीप मुख्य मार्ग में बिक रहा सूअर का मांस

कोतमा। कोतमा नगर पालिका अंतर्गत मुख्यमंत्री के आदेश का उल्लंघन खुलेआम हो रहा है। कोतमा नगर पालिका अंतर्गत जगह-जगह खुले में मांस और अंडे का विक्रय तेजी से किया जा रहा है। कोतमा नगर पालिका अंतर्गत वॉर्ड 07 में मांस, मछली और अंडे का विक्रय ठेले में खुले में किया जा रहा है। सार्वजनिक स्थान के समक्ष सुबह से देर रात तक मांस और अंडे का विक्रय किया जा रहा है, लेकिन नगर पालिका के कर्मचारियों की निगाह उक्त खुले में बिक रहे मांस मछली पर नहीं पड़ती है। मुख्यमंत्री के आदेश का खुला उल्लंघन खुले में मांस बेचकर किया जा रहा है। ठेले में बिकने वाले मांस अंडे के कारण सार्वजनिक स्थान पर आना-जाना मुश्किल हो गया है, मांस और अंडे की बदबू से मार्ग से निकलना भी मुश्किल पड़ जाता है लेकिन उक्त मार्ग से गुजरने वाले नगरपालिका के कर्मचारियों द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जाती है। सार्वजनिक स्थानों पर खुले आम इस तरह मांस और अंडे के विक्रय पर पूर्णत प्रतिबंध लगाने का आदेश पारित किया गया था, लेकिन खानापूर्ति करते हुए नगर पालिका द्वारा वार्ड क्रमांक 7 पर ग्रीन पर्दा लगाकर खुले में मांस बिक्री को परमिशन तो दे दी है लेकिन आज दिनांक तक परमानेंट कार्यवाही नहीं की गई है जिससे आज भी रास्ते से आने जाने के लिए मीट मार्केट मुसीबत का कारण बना हुआ है।

मीट बाजार की गंदगी से जनता हो रही आक्रोशित

कोतमा नगर पालिका अंतर्गत वार्ड क्रमांक 7 और वार्ड क्रमांक 03 के मध्य मुख्य मार्ग पर लगने वाली मीट की दुकानों से आम जनमानस बेहद त्रस्त हो चुका है, आम नागरिकों का आक्रोश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और गली चौराहे पर देखने को मिल रहा है। रविवार को वार्ड क्रमांक 7 से बाजार की तरफ आने वाले मुख्य मार्ग में सैकड़ो दुकान मीट की लगाई जाती हैं। जिसमें मछली मुर्गा बकरी और अन्य पशुओं को क्रूरता पूर्वक काटकर बेचा जाता है। जिसे निकालने वाली गंदगी को वहीं सड़कों में छोड़ दिया जाता है, जिससे बाजार आने जाने के साथ-साथ मंदिरों में आने जाने में सड़क पर बिखरी हुई गंदगी से होकर नागरिकों को गुजरना पड़ता है वहीं रविवार के साथ-साथ सोमवार के दिन भी आवागमन में गंदगी के कारण अशुद्धता और असुविधा का सामना करना पड़ रहा है जिससे वार्ड क्रमांक 7 और वार्ड क्रमांक 3 के नागरिकों में काफी आक्रोश व्याप्त हो गया है। नागरिकों द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष और नगर परिषद से दुकानों को अन्यत्र हटा जाने की मांग की जा रही है।

प्रतिदिन खुलती है सैकड़ो अवैध मीट की दुकान

कोतमा सहित जिले भर में मांस की सैकड़ो अवैध दुकानें खुल गई है। मांस मछली के व्यवसाय धड़ल्ले से जारी है। रहवासी क्षेत्रों में पशुओं के कत्लगाह खुले होने से लोगों का जीना दूभर हो रहा है। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हो रही। शहर के रहवासी क्षेत्र में गली कूचों में खुली अवैध मांस दुकानों को हटाने के लिए पूर्व में नगरपालिका द्वारा लाखो की लागत से मछली बाजार का निर्माण कॉलेज के सामने किया गया था जो आज भी सुना पड़ा हुआ है जहां ताला लटक रहा है। अवैध तरीके से संचालित की जाने वाली मीट की दुकानों में किसी प्रकार की कार्रवाई आज दिनांक तक ना तो खाद्य औषधि विभाग द्वारा की गई और ना ही नपा द्वारा किसी तरह की कार्यवाही की है जिससे आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि मुख्यमंत्री ने आदेशित किया था कि किसी भी प्रकार के खुले में मीट और मांस का विक्रय नहीं किया जाएगा फिर भी मुख्यमंत्री के आदेश को दरकिनार करते हुए कोतमा नगर पालिका अंतर्गत सैकड़ो दुकान मुख्य मार्ग के बगल में संचालित की जा रही है।

मुख्य मार्ग पर सूअर के मांस की बिक्री

कोतमा से बदरा मार्ग में पुल के सूअर का मांस खुले में बेचा जा रहा है, हाल ही में अनुभाग्य अधिकारी द्वारा खुले में सूअर का मांस बेचने वालों को समझाइए देते हुए सड़कों से दुकान हटाने की बात कही थी , फिर भी नियमों का उल्लंघन करते हुए कोतमा क्षेत्र में प्रतिदिन कई दर्जन मीट मांस और सूअर के मांस की दुकान खोली जा रही है। नगर पालिका के कर्मचारी सिर्फ बाजार की दुकान हटाकर अपनी पीठ थापा लेते हैं लेकिन मुख्य समस्या की ओर उक्त कर्मचारी का ध्यान नहीं जाता है। कोतमा प्रवेश करते ही सुअर की मांस के बिक्री का नजारा सामने आ जाता है, जिससे नगर की शोभा भी बिगड़ रही है।