मां सीता ऋषि पुत्री है-फलाहारी बाबा

बिकास राय
ब्यूरो चीफ गाजीपुर
दैनिक समाज जागरण

भागवत मृत्यु से निर्भय बनाती है

गाजीपुर जनपद के डिहवा दुर्गा मंदिर के परिसर में आयोजित सरस संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में अयोध्या से पधारे मानस मर्मज्ञ भागवत वेत्ता श्री श्री 1008श्री शिवराम दास जी उपाध्याय फलाहारी बाबा ने अपने मुखारविंद से उपस्थित श्रोताओं को भागवत कथा मृत का रसपान कराते हुए कहा की
मां सीता ऋषि पुत्री है।रावण अपने राज्य में महात्माओं से कर के रूप में खून लेता था जब खून का घड़ा भर गया तो लंका में तबाही आपस में ही युद्ध महामारी की स्थिति बन गई। रावण त्रिकालदर्शी था ऋषियों के खून का घड़ा जहां रहेगा वहीं पर सुखा महामारी होगी।रावण का राज तीनों त्रिलोक 14 भुवन में मात्र दो ही जगह नहीं था ।एक अयोध्या दूसरा जनकपुर। षड्यंत्र के द्वारा खून का घड़ा मिथिला के भूमि में दबा दिया मिथिला में 12 वर्ष तक अकाल महामारी पड़ी विदेह राज महाराज जनक ने गुरु सतानंद से सलाह करके यज्ञ के लिए भूमि शोधन हेतु हल जोता गया और हल के अग्र भाग जब घड़ा को स्पर्श हुआ तो बैसाख मास नवमी तिथि दोपहर 12:00 बजे धरती से मां सीता का प्राकट्य हुआ। जो भक्ति की साक्षात प्रतिमूर्ति थी। श्रीमद् भागवत का नवम दिवस विश्राम देते हुए फलाहारी बाबा ने कहा की भागवत मृत्यु से निर्भय बनाती है। तक्षक नाग के डसने के पहले ही परीक्षित का प्राण उत्सर्ग हो चुका था ।परीक्षित मुक्त हो चुके थे। बाबा ने एक श्लोकीय भागवत समस्त श्रोताओं से वाचन करवाया और कहा की भागवत का अंतिम श्लोक या एक श्लोकीय भागवत का पाठ प्रतिदिन करना चाहिए। वैष्णव के लिए एकादशी व्रत सर्वोत्तम व्रत है।
कथा में सीता जन्मोत्सव भव्य रूप से मनाया गया ।बधइयां में कथा मंच से खूब चॉकलेट खिलौने लुटाया गया। सुप्रसिद्ध गायक रिंकू रसिया ने अपने सुंदर भजनों की प्रस्तुति से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कथा में आचार्य नितिश पाण्डेय,बेद विहारी तिवारी,युवा संत बालक दास, मुख्य यजमान राधेश्याम मिश्रा, विनोद कुमार गुप्ता ग्राम प्रधान, शिवमंगल यादव, शशिधर उपाध्याय, गोविंद उपाध्याय, मनोज उपाध्याय, राहुल उपाध्याय, हरि भजन कुशवाहा,दीपक कुशवाहा, राज किशोर सिंह, रामनारायण सिंह, विनय मिश्रा,
रमेश उपाध्याय, अवधेश उपाध्याय,शिवा उपाध्याय,केवल यादव, ज्ञान चंद गुप्ता,राम बचन कुशवाहा,विक्रमा कुशवाहा,भज्जन कुशवाहा, हरिमोहन कुशवाहा,राम शरन कुशवाहा,चम्पत यादव,कोमल यादव,लाल बिहारी यादव,गुरू प्रसाद उपाध्याय, भुनेश्वर उपाध्याय, मुन्ना यादव,अजय सिंह, गुड्डू राय,काशी सिंह यादव,शिव जी राय, पूजन गुप्ता,राम जग उपाध्याय,राम करण सिंह,अजय सिंह,राम बदन तिवारी, गजानंद उपाध्याय,नयन शंकर उपाध्याय, उद्धव,हर चन्द्र गुप्ता,गुप्ता मिर चंद्र गुप्ता,बिलगु कुशवाहा, चुन्नी राजभर,पूर्नवासी कुशवाहा,भरत राम,हृदय नारायण राम पूर्व प्रधान, संजय गुप्ता,छेदी कुशवाहा, बरमदेव कुशवाहा,उमा कुशवाहा, कैलाश उपाध्याय,जय प्रकाश सिंह,राम जी चौबे,राम बली सिंह, त्रिवेणी सिंह, समेत हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।