संवाददाता शिव प्रताप सिंह। समाज जागरण।
ओबरा/ सोनभद्र। चोपन रोड पर कमला पेट्रोल टंकी के पास आज एक अप्रत्याशित घटना घटी। खनन विभाग के एक जागरूक निरीक्षक ने बिना नंबर प्लेट की एक संदिग्ध गाड़ी को पकड़ा, लेकिन पड़ताल के उपरांत उसे चालान कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, खनन निरीक्षक अपने नियमित क्षेत्र निरीक्षण में थे। इसी दौरान कमला पेट्रोल टंकी के समीप खड़ी एक ऐसी गाड़ी उनकी नजरों में आई, जिस पर नंबर प्लेट अनुपस्थित थी। जब निरीक्षक ने पूछताछ की, तो गाड़ी के चालक ने दावा किया कि वाहन चालू हालत में नहीं है, इस प्रकार उसने निरीक्षक को भ्रमित करने का प्रयास किया।
हालांकि, निरीक्षक को ड्राइवर के कथन पर संदेह हुआ और उन्होंने एक मिस्त्री को बुलाकर गाड़ी की तकनीकी जांच कराने का निर्णय लिया। इस बीच, चालक ने चालाकी दिखाते हुए मिस्त्री को भी यह विश्वास दिला दिया कि गाड़ी को चालू करना संभव नहीं है। इस परिस्थिति में, निरीक्षक ने नियमों का पालन करते हुए गाड़ी का चालान कर दिया और अपने अगले निरीक्षण स्थलों की ओर प्रस्थान कर गए।
लेकिन इस घटनाक्रम में एक चौंकाने वाला मोड़ तब आया, जब निरीक्षक के घटनास्थल से रवाना होने के कुछ ही समय बाद, वही बिना नंबर प्लेट वाली गाड़ी अचानक स्टार्ट हो गई और तेजी से वहां से चली गई।
स्थानीय निवासियों ने इस कार्रवाई पर अपनी राय व्यक्त की है। कुछ लोगों ने बिना नंबर प्लेट की गाड़ी के विरुद्ध की गई कार्रवाई की प्रशंसा की है। आम नागरिकों का कहना है कि नंबर प्लेट न होने के कारण दुर्घटना की स्थिति में वाहन की पहचान करना अत्यंत कठिन हो जाता है, जिससे आम जनता को असुविधा होती है। वे उम्मीद जता रहे हैं कि प्रशासन इस प्रकार के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाएगा।
यह ध्यान देने योग्य है कि पेट्रोल पंप के आसपास दो छोटे बच्चों के स्कूल स्थित हैं, जिसके कारण ऐसी संदेहास्पद गाड़ियों की आवाजाही से बच्चों के मन में भय का वातावरण बना रहता है। इस घटनाक्रम को हाल ही में प्रकाशित उन खबरों के परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है, जिनमें अवैध खनन और बिना नंबर प्लेट की गाड़ियों के इस्तेमाल पर चिंता व्यक्त की गई थी। खनन विभाग के उच्च अधिकारियों ने इस मामले पर गंभीरता से ध्यान दिया है और जांच की बात कही है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसे मामलों में और अधिक सतर्कता बरती जाएगी ताकि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
