अब कश्मीर को नही बल्कि भारत का जन्नत कहने लगे है लोग– इंद्रेश

समाज जागरण धनंजय मोदनवाल
महाकुंभ के बाद बदली है भारत की तस्वीर

पिंडरा।
आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य डॉ इंद्रेश ने कहाकि महाकुंभ ने पूरे दुनिया को आस्था और समपर्ण का भाव सिखाया है। बिना किसी निमंत्रण के एक साथ करोड़ो लोगों का पहुचना सनातन धर्म का उत्कृष्ठ प्रदर्शन है। जिसे लोगों को पच नही रहा और विकृति मानसिक से ग्रसित होकर बयानबाजी कर रहे हैं।
उक्त बातें पिंडरा विस क्षेत्र के भानपुर पहुचने पर स्थानीय पत्रकारो से बातचीत के दौरान कही। आरएसएस के डॉ इंद्रेश ने कहाकि यह महाकुंभ केवल आस्था ही नही पैदा किया बल्कि लाखों करोड़ों लोगो को रोजगार भी दिया। महाकुंभ ने भारत देश को एक पहचान दी । उन्होंने कहाकि अभी तक भारत के लिए कश्मीर को जन्नत कहा जाता था लेकिन अब महाकुंभ के बाद दुनिया का जन्नत भारत को कहा जाने लगा। जिससे विरोधियों को मिर्ची लगने लगी है और अनाप शनाप बयानबाजी करने लगे है। एक प्रश्न के उत्तर में कहाकि ममता की राजनीति अब मृत्य की ओर जाने लगी है तभी वह करोड़ो के आस्था पर प्रहार कर महाकुंभ को मृत्यु कुम्भ कहने लगी है। सनातनी उनको इसका उत्तर देंगे।
उन्होंने विरोधियों पर प्रहार करते हुए कहाकि जिस तरह राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अर्जुन खड़गे और अरविंद केजरीवाल ने जिसतरह सनातन धर्म पर प्रहार कर अपनी मानसिक विकृति होने का प्रमाण दिया है वह आस्था पर चोट पहुँचाने के समान है।
भानपुर स्थित भाजपा नेता व ब्लॉक प्रमुख संरक्षक रविशंकर सिंह के जन्मदिन पर आशीर्वाद देने गुरुवार को दोपहर में पहुचे आरएसएस नेता इंद्रेश जी का आरएसएस व भाजपा नेताओं ने जयश्री राम के उदघोष के साथ भव्य स्वागत किया। इस दौरान भाजपा जिलामंत्री डॉ जेपी दुबे, फौजदार शर्मा, ब्लाक प्रमुख धर्मेंद्र विश्वकर्मा, जिला पंचायत सदस्य अरुण सिंह, इलाका सिंह, बीडीओ छोटेलाल तिवारी, अभिषेक राजपूत, मनीष पाठक, सन्तोष सिंह, अमिताभ दुबे, रामु गुप्ता, सुनील दत्त वर्मा, अजय ऊदल, राधिका चौहान, धनन्जय सिंह, धर्मेंद्र सिंह,प्रमोद सिंह, राजेश राजभर, डॉ जेपी पाल, समेत अनेक लोग रहे।

जन्मदिन पर दो बालिकाओं के शिक्षा का खर्च उठाने का लिया वीणा
भाजपा नेता व ब्लॉक प्रमुख संरक्षक रविशंकर सिंह ने अपने जन्मदिन पर पौधरोपण करने के साथ क्षेत्र के गरीब परिवार से सम्बद्ध रखने वाली दो बालिकाओं के स्नातक तक होने वाली शिक्षा पर ख़र्च उठाने का निर्णय लिया। अभ्युदय सेवा समिति पदाधिकारियों ने उन बालिकाओं के शिक्षा व जीवन उत्थान का संकल्प लिया।

Leave a Reply