संवाददाता शिव प्रताप सिंह। दैनिक समाज जागरण
ओबरा/ सोनभद्र। ओबरा नगर पंचायत क्षेत्र के आर्य समाज बीएमएस कार्यालय में रुचिर डांस इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित नृत्य प्रतियोगिता एक शानदार सफलता रही, जिसमें डाला और ओबरा के कई प्रतिभाशाली बच्चों ने अपनी नृत्य कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ मुख्य अतिथि, नगर पंचायत ओबरा की अध्यक्ष श्रीमती चांदनी देवी और विशिष्ट अतिथि श्रीमती सुधा विजय कुमार के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।
रुचिर डांस इंस्टीट्यूट के बैनर तले आयोजित इस प्रतियोगिता में विभिन्न आयु समूहों के बच्चों ने मंच पर अपनी नृत्य प्रतिभा का जादू बिखेरा। संस्थान की संचालिका रुचि गोपाल ने इस अवसर पर बताया कि उन्होंने भातखंडे डीम्ड यूनिवर्सिटी लखनऊ से भरतनाट्यम, में संगीत स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है और पिछले 12 वर्षों से वह सोनभद्र-ओबरा क्षेत्र के बच्चों को नृत्य का प्रशिक्षण देकर उनके कौशल को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विजेताओं को मुख्य अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया, साथ ही सभी प्रतिभागियों को भी उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथि श्रीमती सुधा विजय कुमार ने सभी युवा कलाकारों को स्नेह और आशीर्वाद स्वरूप उपहार प्रदान किए। श्रीमती सुधा जी और श्रीमती चांदनी देवी दोनों ने ही बच्चों को प्रोत्साहित किया और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी इस प्रकार रहे। सब जूनियर वर्ग प्रथम पुरस्कार अंजली शर्मा, द्वितीय पुरस्कार वैष्णवी साहनी, तृतीय पुरस्कार अनवीर श्रीवास्तव, जूनियर वर्ग प्रथम पुरस्कार पारिता श्रीवास्तव, द्वितीय पुरस्कार कृष्णा उपाध्याय, तृतीय पुरस्कार लतिका प्रजापति, सीनियर वर्ग प्रथम पुरस्कार राहुल, द्वितीय पुरस्कार काजल, तृतीय पुरस्कार साक्षी शर्मा उमा-नटराजन नृत्य प्रतियोगिता का यह सफल आयोजन रुचिर डांस इंस्टीट्यूट की संस्थापिका श्रीमती रुचि गोपाल के कुशल नेतृत्व में संपन्न हुआ। उन्होंने स्वयं निर्णायक की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें उनका साथ डॉक्टर रीमा सिंह और सुश्री श्वेता पांडे ने दिया। इस प्रतियोगिता ने न केवल ओबरा बल्कि डाला क्षेत्र के भी युवा नर्तकों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया, जिससे क्षेत्र में नृत्य कला के प्रति रुचि और उत्साह को बढ़ावा मिला है।
