प्रिंसिपल डॉ. जवाहर पासवान की कड़ी निगरानी में शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा सम्पन्न, कर्मचारियों और छात्रों की सराहना
मुरलीगंज।
भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के अंगीभूत ईकाई के पी कॉलेज मुरलीगंज में सीबीसीएस 2024-28 के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा के नौवें दिन भी बिना किसी गड़बड़ी और कदाचार के शांतिपूर्ण माहौल में आयोजन हुआ। इस सफल परीक्षा आयोजन का श्रेय महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. जवाहर पासवान के कुशल नेतृत्व और कड़ी निगरानी को जाता है।
डॉ. पासवान के नेतृत्व में परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा और अनुशासन का पूरी तरह पालन किया गया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि परीक्षा पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से सम्पन्न हो। परीक्षा से पहले सभी परीक्षार्थियों से मोबाइल फोन, किताबें और अन्य संदिग्ध सामग्री जमा करवाई गई इसके बाद ही छात्रों को परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया।
परीक्षा के नौवें दिन दोनों पालियों से कुल 699 परीक्षार्थी उपस्थित हुए और 13 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पहली पाली में 390 परीक्षार्थी उपस्थित रहे, जबकि 7 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में 309 परीक्षार्थी उपस्थित रहे, जिनमें से 6 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे।
परीक्षा के सफल संचालन में केंद्राधीक्षक डॉ. जवाहर पासवान के अलावा बर्सर डॉ. प्रतीक कुमार, सहायक केंद्राधीक्षक डॉ. अली अहमद मंसूरी, परीक्षा नियंत्रक डॉ. रविंद्र कुमार और सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ. विकास कुमार सिंह की अहम भूमिका रही। इन सभी ने लगातार निगरानी और व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया।
महाविद्यालय के अन्य कर्मचारी जैसे राजन कुमार (प्रशाखा पदाधिकारी), देवाशीष देव (लेखापाल), नीरज कुमार निराला, डॉ. नित्यानंद पासवान, डॉ. शिवा शर्मा, डॉ. शंकर रजक, डॉ. पूनम, डॉ. संगीता सिन्हा, डॉ. अवधेश कुमार ब्याहुत, डॉ. राघवेंद्र संत कुमार, अभिमन्यु, अमित, राजेश, प्रिय रंजन, नयन रंजन, प्रदीप, मनीष सहित कई शिक्षक शिक्षकेतर कर्मियों ने भी इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लिया और परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न किया।
परीक्षार्थियों ने परीक्षा को गंभीरता से लिया और परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी का कोई भी संकेत नहीं मिला। डॉ. जवाहर पासवान ने इस सफलता के लिए सभी कर्मचारियों और छात्रों की सराहना की और कहा, “यह सफलता हमारी टीम की मेहनत और समर्पण का परिणाम है।”
आगामी परीक्षा 14 जनवरी 2025 को आयोजित की जाएगी, इसके लिए महाविद्यालय के सभी कर्मचारी तत्पर हैं और परीक्षा को पूरी तरह से कदाचारमुक्त और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।