विश्व युवा कौशल दिवस पर सहयोग अध्यक्ष डॉ. अजीत ने किया युवा रैली तकनीकी शिक्षा जागरूकता, पौधारोपण एवं वितरण कार्यक्रम

पूर्णियां।

विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर सहयोग अध्यक्ष डॉक्टर अजीत प्र सिंह ने अपने वॉलिंटियर कोऑर्डिनेटर रवि कुशवाहा सहायक पार्वती कुमारी मोनू कुमार अभिजीत कुमार राजकुमार दिलीप आस्था सतीश संजीवनी रूपेश गांधी रंजीत रमन के साथ मिलकर युवाओं को तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास कार्यक्रम से जुड़कर सरकार द्वारा चलाए जा रहे निशुल्क कार्यक्रम से लाभ उठाने एवं रोजगार पाने हेतु जागरूक किया इस अवसर पर सहयोग स्वास्थ्य एवं सामाजिक सेवा संस्थान की ओर से कुशल युवा समृद्धि युवा विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया वही सहयोग के प्रशिक्षक ने ने कुशल युवा कौशल भारत विषय पर युवाओं को संबोधित करते हुए कहा आज जनसंख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है सरकारी क्षेत्र में रोजगार सीमित है इसलिए युवाओं को कौशल विकास कार्यक्रम से जुड़कर प्रशिक्षण पाना चाहिए जिससे कुशल कामगार के तौर पर रोजगार पाने में सुविधा होगी
अपने संबोधन में सहयोग अध्यक्ष डॉ अजीत प्रसाद सिंह ने विश्व युवा कौशल दिवस मनाने के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा आज भी कई ऐसे देश और समाज हैं जहां भारी संख्‍या में युवा बेरोजगार हैं। जिसमें भारत भी एक है यह एक वैश्विक चिंता का विषय बना हुआ है। ऐसे में उन्‍हें कौशल बनाने और उनकी क्षमता के विकास के लिए जागरूकता पैदा करना ज़रूरी है। इसलिए हर साल 15 जुलाई के दिन विश्व युवा कौशल दिवस मनाया जाता है। यह दिवस युवाओं को रोजगार, अच्छे काम और उद्यमिता के लिए कौशल से लैस करने के रणनीतिक महत्व पर केंद्रित है। इस दिवस के माध्यम से युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के लिए कौशल से लैस करने के महत्व को मनाने, स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया जता है।
विश्व युवा कौशल दिवस 2024 की थीम “शान्ति और विकास के लिए युवा कौशल” रखी गई हैI यह थीम सतत प्रगति के एजेंट के रूप में युवाओं की भूमिका पर केंद्रित हैI पिछले साल विश्व युवा कौशल दिवस की थीम “परिवर्तनकारी भविष्य के लिए शिक्षकों, प्रशिक्षकों और युवाओं को कुशल बनाना” थी।
विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य
इसका उद्देश्य विश्व के युवाओं को रोज़गार, काम और उद्यमिता के लिये आवश्यक कौशल प्रदान करना है। इस दिन का उद्देश्य युवाओं को अधिक से अधिक कौशल विकास के प्रति जागरूक करना है। जिससे वह बेहतर अवसरों की तलाश कर रोज़गार प्राप्त कर सकें

भारत द्वारा उठाए गए युवा कौशल के लिए कुछ कदम हैं

औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवी वाई)
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0पूर्व शिक्षण मान्यता (आईपीएल) कार्यक्रम
राष्ट्रीय कॅरियर सेवा (एनसीएस) परियोजना कौशल प्रबंधन और प्रशिक्षण केंद्र प्रत्‍यायन (स्मार्ट)
आजीविका संवर्द्धन हेतु कौशल अधिग्रहण और ज्ञान जागरूकता (संकल्प) योजना औद्योगिक मूल्य संवर्द्धन के लिये कौशल सुदृढ़ीकरण (एस्टराइव)
प्रधानमंत्री युवा योजना (युवा उद्यमिता विकास अभियान)
युवा, आगामी और बहुमुखी लेखक (युवा) योजना
कौशलाचार्य पुरस्कार
स्कीम फॉर हायर एजुकेशन यूथ इन अप्रेंटिसशिप एंड स्किल्स’ अथवा ‘श्रेयस आत्मनिर्भर कुशल कर्मचारी-नियोक्ता मानचित्रण यानी ‘असीम’ असम इसके साथ ही सभी राज्य सरकार अपने-अपने स्तर से कौशल विकास कार्यक्रम का आयोजन कर रही है।