पालीगंज में शांतिपूर्ण स्थिति में 54.26 प्रतिशत हुई मतदान

घूरना बिगहा गांव के मतदाताओं ने किया मतदान का बहिष्कार

समाज जागरण संवाददाता:- वेद प्रकाश पालीगंज अनुमंडल

पालीगंज/ शनिवार को देश के 8 राज्यों के 57 लोकसभा सीटों पर आखिरी चरण का मतदान कराई गई। जिसके दौरान बिहार के 8 लोकसभा सीटों पर मतदान हुई है। इस दौरान एक ओर पाटलीपुत्रा संसदीय क्षेत्र स्थित पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के 54.26 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया तो दूसरी तरफ पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के घूरना बिगहा गांव स्थित बूथ संख्या 188 पर ग्रामीणों ने “रोड नहीं तो वोट नहीं “के नारे के साथ लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया है। साथ ही सड़क निर्माण की मांग को लेकर पालीगंज अनुमंडल सह प्रखण्ड क्षेत्र के सिद्धिपूर व निरखपुर गांव के मतदाताओं में भी मतदान के प्रति उत्साह दिखाई नही दिया।
जानकारी के अनुसार पाटलीपुत्रा लोकसभा सह पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के घूरना बिगहा गांव के मतदाताओं ने देश के सबसे बड़ा चुनाव लोक सभा के दौरान सड़क निर्माण कराने की मांग करते हुए “रोड नही तो वोट नही” के नारों के साथ मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय पूर्व से ही ले लिया था। जिसको साकार करते हुए सांतवे व अंतिम चरण के दौरान हो रहे पाटलीपुत्रा लोकसभा चुनाव के लिए मतदान करने घूरना बिगहा गांव के ग्रामीण मतदाताओं ने मतदान केंद्र नही पहुंचा। जिसकी सूचना पाकर मतदाताओं को मनाने पटना जिला प्रशासन की टीम के साथ पटना एसएसपी, पालीगंज एसडीओ अमनप्रीत सिंह, डीएसपी प्रीतम कुमार व ऑब्जर्वर, सहित दर्जनों पदाधिारियों के साथ बड़े पैमाने पर सुरक्षा कर्मीयो ने घूरना बिगहा गांव पहुंचे। जहां पदाधिारियों ने आक्रोशित ग्रामीणों को वोट देने के लिए मनाने का भरसक प्रयास किया लेकिन ग्रामीण मतदाताओं ने मानने को तैयार नही हुए। अंततः सभी पदाधिकारियों को बेरंग वापस लौटना पड़ा।
जिस्ट हो कि पाटलीपुत्रा लोकसभा सह पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के घूरना बिगहा गांव स्थित बूथ संख्या 188 पर मतदाताओं की कुल संख्या एक हजार से भी अधिक है। उस गांव में आजादी के 77 वर्षों बीत जाने के बावजूद भी अब तक सड़क नहीं बन सकी है। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि हम लोगों को लगातार उपेक्षित किया जाता रहा है। यह गांव पिछड़ों का गांव है। जहां पर यादव समुदाय के साथ-साथ रविदास जाति की बड़ी संख्या पर मतदाता रहते हैं। साथ ही ठाकुर व तांती सहित कई अन्य दूसरे जातियां भी रहते है। जिन्हें आज तक विकास की बुनियादी सुविधाओं में से एक सड़क से दूर रखा गया है। ग्रामीण उमेश यादव, महेंद्र यादव, रिंकू देवी, राजू दास, कुसुम देवी, सुरेन्द्र यादव, नीरज यादव, भगवान दास सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि हम लोग के यहां जब भी कोई आकस्मिक स्थिति जैसे बीमारीया, दुर्घटना घटती है तो अस्पताल ले जाने के लिए हजार बार सोचना पड़ता है मरीजों को। ग्रामीणों का कहना आखिर हम लोगो का क्या कसूर है जो आज तक केंद्र और राज्य सरकारें हमारे गांव में सड़क नहीं बना सकी? आखिर हमलोग को अबतक क्यों उपेक्षित रखा जा रहा है?वही ग्रामीणों का कहना है कि हमारे जन प्रतिनिधि चाहे सांसद महोदय हो या विधायक महोदय किसी ने भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया और नहीं किसी ने इसकी निदान का प्रयास किया। जिसके कारण आज तक घूरना बिगहा गांव में सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंच सकी है जो की काफी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। देश एक तरफ विकास के क्षेत्र में नित नई प्रगति कर रही है तो दूसरी तरफ बिहार के कुछ ऐसे गांव आज भी हैं जहां पर सड़क जैसे बुनियादी सुविधाएं में नहीं पहुंच सकी जिसे काफी दुर्भाग्यपर्ण स्थिति कहा जा सकता है।
वही पालीगंज दक्षिणी इलाके के निरखपुर व सिद्धिपूर गांव के मतदाताओं में भी मतदान के प्रति उत्साह दिखाई नही दिया। एक एक कर बहुत धीरे धीरे कुछ मतदाता ही मतदान केंद्र पहुंच रहे थे। वहां के मतदाताओं का कहना है कि ब्रिटिश हुकूमत की यह पालीगंज से किंजर भाया निरखपुर गौसगंज सड़क की निर्माण अपनी निजी जमीन होते हुए भी नही कराई गई। इस सड़क को निर्माण कराने की मांग को लेकर बीते विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान का बहिष्कार ग्रान मतदाताओं ने किया था। इसके बावजूद भी आजतक इस सड़क पर मिट्टी तक नही डलवाई गयी। ग्रामीण मतदाताओं का कहना है कि नेताओ का चयन विकास की रफ्तसर देने के लिए किया जाता है। जब क्षेत्र का निकास ही नही है तो विकास क्या होगा? वही जब इस इलाक़े पर नेताओ तथा पदाधिकारियों की नजर ही नही है तो मतदान करने का क्या मतलब?

झलक:- भीषण गर्मी में भी मतदाताओं के बीच दिखी जुनून

पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के पालीगंज व दुल्हिन बाजार प्रखण्ड में बनाये गए बूथों पर भीषण गर्मी में भी मतदाताओं का जुनून देखने को मिली। पालीगंज के धरहरा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय को तथा दुल्हिन बाजार प्रखण्ड क्षेत्र के लाला भदसारा गांव स्थित माध्यमिक विद्यालय को आदर्श मतदान केंद्र बनाई गयी थी। जहां मतदाताओं के लिए सुविधाओ को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की मूलभूत व बुनियादी सुविधाओं सहित शुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। सुबह से ही सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ जुटने लगी थी। वही दोपहर होते ही भीषण गर्मी को लेकर उन मतदान केंद्रों पर भीड़ सामान्य हो गयी। मतदान के दौरान पालीगंज एसडीओ अमनप्रीत सिंह, डीएसपी प्रीतम कुमार व डीएसपी2 उमेश्वर चौधरी दल बल के साथ घूम घूमकर मतदान केंद्रों का निरीक्षण करते दिखाई दिया। वही दुल्हिन बाजार के कब गांव स्थित मतदान केंद्र संख्या 10 पर 97 वर्षीया झलरी देवी ने ट्राई साइकिल पर सवार होकर पहुंची तथा मतदान किया। अधिकतर मतदान केंद्रों पर कतारबद्ध खड़े मतदाताओं ने गर्मी से राहत के लिए सिर पर गमछा लिए दिखाई दिए। इस प्रकार पालीगंज विधानसभा क्षेत्र में भीषण गर्मी होते हुए कड़ी शुरक्षा ब्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न हो गया।